लापरवाही : डिप्टी रेंजर और दो बीट गार्ड सस्पेंड, जानें पूरा मामला…
बिलासपुर। वन मंडल क्षेत्र के सीपत में पेड़ों की अवैध कटाई में लापरवाही करना वन विभाग के तीन कर्मचारियों पर भारी पड़ गया। मामले की शिकायत के बाद वन मंडलाधिकारी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डिप्टी रेंजर और दो वन रक्षकों को सस्पेंड कर दिया है।
जाने पूरा मामला : जिले के सोठी जंगल में सागौन पेड़ की अवैध कटाई के मामले में अफसरों को लगातार शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद डीएफओ सत्यदेव शर्मा ने डिप्टी रेंजर समेत दो वन रक्षक को निलंबित किया है। दरअसल बीते कुछ दिनों से सोठी जंगल में लकड़ी तस्करों ने इमारती व कीमती पेड़ों की अवैध कटाई कर तस्करी की थी। जिसमें लापरवाही बरतने वाले डिप्टी रेंजर और उस क्षेत्र के वन रक्षक की संलिप्तता होने का संदेह जताया गया। भारी अनियमितता बरतने की शिकायत भी सामने आ रही थी। जब जंगल में पेड़ों की अवैध कटाई के मामले सामने आए तो वनकर्मी तस्करों का पता लगाने में भी नाकाम रहे। डीएफओ ने शर्मा ने तस्करों को पकड़ने के निर्देश दिए हैं।
तस्करों ने कर दी 40 सागौन पेड़ों की कटाई : बीते दो सप्ताह में तस्करों ने सोठी सर्किल और बिटकुला बीट में 40 सागौन पेड़ की कटाई कर दी। लेकिन पेड़ों की रखवाली करने वाले वन रक्षकों को इसकी भनक तक न लगी या फिर यूं कहें कि इनकी संलिप्तता में बेशकीमती पेड़ों की अवैध कटाई को अंजाम दिया गया। इन तस्करों ने सागौन के लठ्ठे को जंगल के नाले के अंदर छिपा दिया था। जिसकी कीमत 12 लाख रुपए बताई जा रही है। इस घटना के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया।
डीएफओ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कमेटी बनाई। सोठी सर्किल के अलग-अलग बीट में टीम ने जांच की। जांच टीम ने डीएफओ को रिपोर्ट सौंप दी। जांच रिपोर्ट में डिप्टी रेंजर हफीज खान, बीट गार्ड चंद्रहास तिवारी व बहरोन लाल द्वारा कार्य में अनियमितता बरतने की पुष्टि हुई। इसके बाद डीएफओ शर्मा ने डिप्टी रेंजर खान समेत दोनों बीट गार्ड को निलंबित किया है। डिप्टी रेंजर लोकमणी त्रिपाठी समेत पन्ना लाल जांगड़े, रविंद्र महिलांगे को पदस्थ किया गया है।