जशपुर

पत्थलगांव : शासकीय राशि के अनियमितता, भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे प्रभारी प्रधानपाठक को थमा दिया मंडल संयोजक के प्रभार का आदेश…

◆ शिक्षा समिति और ग्रामीणों के द्वारा जिला कलेक्टर को शिकायत के बाद भी अब तक नहीं हुई जांच न कार्यवाही…

जशपुर। जिले के अंतर्गत पत्थलगांव के ग्राम पंचायत इंजको में प्रभारी प्रधानपाठक के रूप में पदस्थ शिक्षक अनिल कुमार बेहरा के ऊपर आर्थिक अनियमितता और शासकीय राशि को बंदरबाट किये जाने के आरोप के बाद भी इसकी जांच के बैगैर विकासखण्ड पत्थलगांव में प्रभारी मंडल संयोजक के रूप में पदस्थापना के लिये जारी आदेश सवालों के घेरे में रहकर विवादों की स्थिति निर्मित हो गई हैं।

ग्राम पंचायत इंजको के शाला समिति के अध्यक्ष,उपाध्यक्ष व राजीवगांधी युवा मितान क्लब के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष सहित दर्जनों ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल को 6 जून 2022 को लिखित शिकायत में यह आरोप लगाया है कि प्रभारी प्रधानपाठक के रूप में पदस्थ शिक्षक अनिल कुमार बेहरा के द्वारा शासन से प्राप्त शाला अनुदान राशि 62500 रुपये को बिना कार्य कराये ही फर्जी तरीके से बिल प्रस्तुत कर आहरण कर गबन कर लिया गया है।

शाला समिति के सदस्यों सहित अन्य पदाधिकारियों ने आरोप लगाते हुये कहा है कि उक्त स्कूल के रंग रोगण,शौचालय मरम्मत,और अन्य कार्य ग्राम पंचायत को मिले राशि मद श्याम प्रसाद मुखर्जी रुबन मिशन से प्राप्त राशि में से 57000 हजार की राशि से जीर्णोद्धार किया गया है।

ग्रामीणों का आरोप है कि संस्था के प्रभारी प्रधान पाठक अनिल कुमार बेहरा द्वारा शाला अनुदान से मिले 62500 रुपये का फर्जी बिल जमाकर आहरण कर गबन कर दिया गया है।

ग्रामीणों के द्वारा दिये आवेदन में उन्होंने मुख्यकार्यपालन अधिकारी जशपुर,जिला शिक्षाधिकारी जशपुर,एवं डीएमसी समग्र शिक्षा विभाग जशपुर को भी सूचनार्थ करते हुये कहा है कि रंग रोगण खरीदी हेतु श्याम ट्रेडर्स से 8800/ सौ रुपये जबकि 6000 रुपये श्रमिक भुगतान का बिल प्रस्तुत किया गया है।शाला समिति और अन्य पदाधिकारियों का आरोप है कि 2021-22 में शाला परिसर में किसी भी प्रकार से रंगाई-पोताई नही किया गया है।

ग्रामीणों का कहना है कि शासन से मिले अनुदान राशि की निष्पक्षता से जांच कर उचित कार्यवाही हो नहीं तो शाला समिति के लोगों ने मुख्यमंत्री जनचौपाल में शिकायत करने की चेतावनी दी थी।

कलेक्टर को दिए आवेदन में ग्रामीणों ने बाकायदा ग्राम पंचायत के द्वारा कराये गये कार्य का प्रमाणपत्र व प्रधानपाठक के प्रमाणपत्र संलग्न कर कार्यवाही की मांग की है।

अब सवाल उठता है कि शासकीय राशि के गबन के आरोप में संलिप्तता और फर्जी तरीके से बिल प्रस्तुत करने वाले प्रभारी प्राचार्य अनिल कुमार बेहरा को ग्रामीणों सहित शिक्षा समिति के शिकायतों को अनदेखा कर उन पर कोई जांच न कार्यवाही बल्कि अनियमितता के आरोप में घिरे शिक्षक को मंडल संयोजक के पद से नवाजे जाने से ग्रामीणों में नाराजगी देखी जा रही है।

ग्रामीणों का कहना है कि उनके आवेदनों पर कोई कार्यवाही नही की गई तो वे पुनः शिकायत मुख्यमंत्री सहित जिले के आला अधिकारियों को करेंगे।

मामले को लेकर ग्राम पंचायत इंजको के सरपंच श्रवण सिंह से ग्राउंडजीरो ई न्यूज ने जब चर्चा किया तो उन्होंने इस बात को स्वीकार करते हुये कहा कि शाला अनुदान राशि से उक्त स्कूल का मरम्मत और रंग रोगण कार्य नही किया गया है.बल्कि पंचायत को मिले श्यामा प्रसाद मुखर्जी निधि से प्राप्त राशि से कार्य कराया गया है।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)

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