तस्करों की ‘तबाही’ का शंखनाद ! जशपुर पुलिस ने गौ तस्करी के माफिया नेटवर्क पर फिर मारा करारा वार – 37 गौवंश मुक्त, गिरोह का सदस्य गिरफ्तार…

जशपुर। पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि कानून से बड़ा कोई नहीं! ऑपरेशन “शंखनाद” के तहत पुलिस ने एक ही झटके में गौ तस्करी के खूनी कारोबार पर करारा हमला करते हुए 37 बेजुबान गौवंशों को नरकीय यातना से मुक्त कराया और एक शातिर तस्कर को रंगे हाथ गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया।
इस सनसनीखेज कार्रवाई ने गौ तस्करी के झारखंड-कनेक्शन की परतें भी खोल दी हैं, जिसमें कई बड़े नामों की संलिप्तता सामने आने की संभावना है।
तस्करों का जंगल में खौफनाक खेल – बेजुबानों पर कोड़े, लाठी, और लातें : दिनांक 30 जून 2025, थाना सिटी कोतवाली जशपुर को गुप्त सूचना मिली – “हाथीसार के जंगलों से झारखंड की ओर तस्कर बेरहमी से गौवंशों को पीटते हुए हांक रहे हैं…”
- पुलिस टीम ने तत्काल घेराबंदी की लेकिन तस्कर अंधेरे और जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले।
- मौके से 21 गौवंशों को खून से लथपथ हालत में बरामद किया गया, जिनका चिकित्सकीय उपचार कराया गया।
- आरोपियों की पहचान कर ली गई है – अब उनका शिकार बनना तय है।
गिरफ्त में आया तस्करों का ट्रिगर मैन – खुला रैकेट का राज : 2 जुलाई की सुबह, चौकी मनोरा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर खरवाटोली जंगल में तगड़ी घेराबंदी कर गजिंदर लोहारा, उम्र 38 वर्ष, निवासी गोविंदपुर, जिला गुमला (झारखंड) को मौके पर 16 गौवंशों के साथ दबोच लिया।
- पूछताछ में आरोपी ने कबूला –
“गौवंशों का मालिक लोधमा निवासी अफसर खान है, उसी के कहने पर इन्हें गोविंदपुर ले जा रहा था।”
👉 पुलिस को इस खुलासे से झारखंड में सक्रिय गौ-तस्करी नेटवर्क के मजबूत लिंक मिले हैं।
1100 गौवंशों को छुड़ाया, 128 तस्कर सलाखों के पीछे – जशपुर पुलिस की जबरदस्त पारी! एसपी श्री शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में अब तक
✅ 1100 से ज्यादा गौवंश तस्करों से मुक्त कराए गए
✅ 128 से अधिक आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए
✅ ऑपरेशन शंखनाद अब तस्करों के लिए “ऑपरेशन सर्वनाश” बन चुका है
इन अफसरों की रही भूमिका – तस्करों को किया बेहाल
🔹 सिटी कोतवाली टीम – निरीक्षक आशीष तिवारी, एएसआई दिलबंधन राम, आरक्षक विनोद तिर्की और रामप्रसाद यादव
🔹 मनोरा चौकी टीम – उप निरीक्षक दिनेश पुरैना, प्रधान आरक्षक प्रीतम टोप्पो, आरक्षक जगजीवन यादव और भीखराम
एसपी का दो टूक ऐलान -अब नहीं रुकेगा “शंखनाद”
“हमारी प्राथमिकता साफ है – गौवंश तस्करी पर पूर्ण विराम। इस नेटवर्क के एक-एक दोषियों को खोजकर जेल भेजेंगे।”
तस्करों को अल्टीमेटम – या तो बंद करो धंधा, या करो जेल की तैयारी :
जशपुर पुलिस की यह कार्रवाई सिर्फ एक ऑपरेशन नहीं, एक चेतावनी है –
अब गौ तस्करी नहीं, सिर्फ गिरफ्तारी होगी।
पशु क्रूरता का हर खेल, अब जशपुर की धरती पर होगा दफन!