ऑपरेशन शंखनाद की गूंज – जशपुर पुलिस ने गौ तस्करों की कमर तोड़ी, एक की मौत, पिकअप जब्त, आरोपी फरार!…

जशपुर। पुलिस के ‘ऑपरेशन शंखनाद’ के तहत एक बार फिर गौ-तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। चौकी पंडरापाठ क्षेत्र के ग्राम देवडांड के समीप जंगल में एक दुर्घटनाग्रस्त पिकअप वाहन से ठूंस-ठूंसकर भरे गए 09 नग गौवंशों को बरामद किया गया, जिनमें से एक की दम घुटने से मौके पर ही मौत हो गई।
गौ-तस्करी की यह बर्बर तस्वीर तब सामने आई जब वाहन पलटने के बाद तस्कर मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त वाहन को जब्त कर लिया है, और आरोपियों के विरुद्ध कठोर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
18 जून की रात चौकी पंडरापाठ पुलिस को सूचना मिली कि एक पिकअप वाहन (क्रमांक JH13G7780) ग्राम देवडांड के लमडांड जंगल के पास पलटा पड़ा है। सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि वाहन के भीतर गौवंशों को बेरहमी से पैरों में रस्सी बांधकर कसा गया था और उन्हें बेहद अमानवीय तरीके से ठूंस दिया गया था।
कुल 09 नग गौवंश बरामद किए गए, जिनमें से एक की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई, जबकि अन्य 08 घायल गौवंशों का पशु चिकित्सक से उपचार कराया गया।
कानूनी शिकंजा कस गया :पुलिस ने इस जघन्य कृत्य पर तुरंत एक्शन लेते हुए तस्करों के विरुद्ध छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2024 की धारा 4, 6, 10 और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 325 के तहत गंभीर आपराधिक मामला दर्ज किया है।
पुलिस का बड़ा ऑपरेशन :“ऑपरेशन शंखनाद” के तहत चल रही इस कार्रवाई में
पंडरापाठ चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक सतीश कौशिक एवं प्रधान आरक्षक विनोद केरकेट्टा की सतर्कता और त्वरित निर्णय ने गौवंशों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने कहा:
“हमारी टीम ने सटीक कार्रवाई करते हुए 09 गौवंशों को बरामद किया है। आरोपी फरार हैं, लेकिन उनकी पहचान की जा चुकी है। शीघ्र ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।”
अब नहीं बचेगा कोई गौ तस्कर : जशपुर पुलिस ने साफ संकेत दे दिया है कि गौ-तस्करी जैसे कुकृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
‘ऑपरेशन शंखनाद’ के तहत अब हर ग्राम, हर जंगल, हर सड़क पर तस्करों की धरपकड़ जारी रहेगी।
यह खबर सिर्फ एक बरामदगी की नहीं, बल्कि कानून के प्रति पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति और संवेदनशीलता का सशक्त उदाहरण है।जशपुर पुलिस का यह अभियान उन सभी के लिए चेतावनी है जो जानवरों के साथ बर्बरता को धंधा समझते हैं।