ऑपरेशन ‘अंकुश’ की बड़ी सफलता – शातिर बाइक चोर मोहम्मद चांद आखिरकार चढ़ा पुलिस के हत्थे…

जशपुर, 10 जून 2025।जशपुर पुलिस की तेज़तर्रार कार्रवाई ने ऑपरेशन ‘अंकुश’ के तहत एक और बड़ी कामयाबी दर्ज की है। फरवरी माह में हुई मोटरसाइकिल चोरी के मुख्य आरोपी और फरार शातिर चोर मोहम्मद चांद को पुलिस ने घेराबंदी कर उसके गृह ग्राम विमडा (थाना बगीचा) से गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
क्या है मामला : 15 फरवरी 2025 की रात, ग्राम घोलेंग निवासी सुनीत एक्का की हीरो स्ट्रीम बाइक (CG14MQ9869) उनके घर के आंगन से रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी। अगली सुबह बाइक नदारद मिली, और गहन खोजबीन के बाद जब कुछ पता नहीं चला, तो सिटी कोतवाली जशपुर में बीएनएस की धारा 303(2), 317(2) के तहत मामला दर्ज किया गया।
कैसे खुला चोरी का राज : दिनांक 26 अप्रैल को जशपुर टाउन में पुलिस चेकिंग के दौरान दो युवकों – वेद सिंह (23 वर्ष, चुनापारा, सीतापुर) और आशीष पावले (22 वर्ष, लखना, सीतापुर) को चोरी की गई उसी बाइक के साथ पकड़ा गया। दोनों वाहन से जुड़े दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। सख्ती से पूछताछ पर खुलासा हुआ कि बाइक उन्होंने मोहम्मद चांद से ₹10,000 में खरीदी थी।
मुख्य आरोपी फरार, पर ज्यादा दिन नहीं बच सका : घटना के बाद से ही आरोपी मोहम्मद चांद (24 वर्ष), निवासी ग्राम विमडा फरार था। तकनीकी सर्विलांस और मुखबिर से मिली सूचना पर जशपुर पुलिस की टीम ने 8 जून को उसे विमडा में घेराबंदी कर दबोच लिया।
शातिर चोरों का नेटवर्क बेनकाब : मोहम्मद चांद पर पहले से ही तपकरा और सीतापुर थाना क्षेत्रों में चोरी के कई प्रकरण दर्ज हैं। पूछताछ में उसने बाइक चोरी की बात स्वीकार कर ली है। पुलिस ने पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
ऑपरेशन अंकुश बना अपराधियों का काल : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह के दिशा-निर्देशन में लगातार चल रहा ऑपरेशन अंकुश अपराधियों के लिए काल साबित हो रहा है। उन्होंने कहा, “फरार अपराधियों की धरपकड़ हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। चोरी, लूट, मादक पदार्थ और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने का यह अभियान और भी सख्ती से आगे बढ़ेगा।”
साहसी कार्रवाई में इनका विशेष योगदान
- निरीक्षक श्री आशीष कुमार तिवारी (प्रभारी, सिटी कोतवाली जशपुर)
- उप निरीक्षक खोमराज ठाकुर
- आरक्षक हेमंत कुजूर
- थाना बगीचा पुलिस स्टाफ
जशपुर पुलिस का स्पष्ट संदेश – अपराधी चाहे जितना भी चालाक हो, कानून की पकड़ से नहीं बच सकता। ‘ऑपरेशन अंकुश’ जारी रहेगा।