रायगढ़ पुलिस की शातिर चोरों पर बड़ी कार्यवाही : झारखंड तक फैली जांच, हाईवा चोरी कांड के चार आरोपी धराए, 6 लाख की संपत्ति जब्त…

रायगढ़, 7 मई 2025। कोतरारोड़ थाना क्षेत्र में गोरखा गैरेज से चोरी हुई हाईवा को लेकर रायगढ़ पुलिस ने ज़बरदस्त कार्रवाई करते हुए चार अंतरराज्यीय चोरों को गिरफ्तार कर चोरी का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के नेतृत्व में साइबर सेल और कोतरारोड़ पुलिस की टीम ने छत्तीसगढ़ से लेकर झारखंड तक ताबड़तोड़ दबिश देकर हाईवा समेत 6 लाख की संपत्ति जब्त की है।
वारदात से गिरफ्तारी तक क्राइम सीक्वेंस : 13 अप्रैल को ट्रांसपोर्टनगर निवासी राजेन्द्र दुबे की हाईवा (CG 13 UF 1265) गोरखा स्थित राज गैराज से चोरी हो गई थी। जांच शुरू होते ही कोतरारोड़ पुलिस ने CCTV फुटेज खंगाले और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। नतीजा — दिनदयाल कॉलोनी निवासी मो. सुफियान अहमद पकड़ में आया, जिसने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया।
झारखंड में 2 लाख में बेचा गया था हाईवा, 1.60 लाख में बांटी रकम : सुफियान ने बताया कि उसने मो. हसनैन (इलेक्ट्रीशियन), संदीप कुमार (ड्राइवर) और मो. शाहिद के साथ मिलकर हाईवा चोरी की और उसे झारखंड में जावेद अंसारी को बेचा। चोरी की गाड़ी झारखंड के एक यार्ड में कटिंग के लिए रखी गई थी, जहां से पुलिस ने बरामद कर ली।
फरार हैं दो मुख्य आरोपी : गिरफ्तार आरोपियों से 6,450 रुपये नकद और चोरी की हाईवा गाड़ी जब्त की गई। जबकि दो आरोपी—जावेद अंसारी और मोह. मुमताज अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
संगठित गिरोह पर कसा शिकंजा, BNS की संगीन धाराएं जोड़ी गईं : आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 303(2), 111 (संगठित अपराध), 317 और 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आरोपी मो. हसनैन पहले भी चोरी के मामले में पकड़ा जा चुका है।
पुलिस टीम की कार्यवाही में दिखा तालमेल और तकनीकी दक्षता : पूरे ऑपरेशन में कोतरारोड़ थाना प्रभारी त्रिनाथ त्रिपाठी, साइबर सेल के डीएसपी अनिल विश्वकर्मा, डीएसपी सुशांतो बनर्जी, उपनिरीक्षक कुसुम कैवर्त, प्रधान आरक्षक करुणेश राय सहित कई अधिकारियों और जवानों ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
गिरफ्तार आरोपी :
- मो. हसनैन (लातेहार, झारखंड)
- संदीप कुमार (मोग्गा, पंजाब)
- मो. शाहिद (लातेहार, झारखंड)
- मो. सुफियान (हजारीबाग, झारखंड)
जब्त संपत्ति :
- हाईवा 10 चक्का (CG 13 UF 1265), स्क्रैप स्थिति में
- नकद 6,450 रुपये
कुल जब्ती: लगभग 6 लाख रुपये
रायगढ़ पुलिस ने इस केस में जो त्वरित, तकनीकी और बहुप्रदेशीय कार्रवाई की है, वह अपराधियों के लिए स्पष्ट संदेश है—चोरी की कोई गाड़ी कहीं भी जाए, पुलिस उसे खोज निकालेगी।