91 लाख की ऑनलाइन ठगी का पर्दाफाश : रायगढ़ पुलिस की जबरदस्त कार्रवाई, देहरादून से तीन शातिर साइबर ठग दबोचे…

रायगढ़, 7 मई 2025। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पुलिस ने एक बड़ी साइबर ठगी का खुलासा करते हुए 91 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी मामले में देहरादून (उत्तराखंड) से अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस हाई-प्रोफाइल ऑपरेशन को प्रशिक्षु आईपीएस हर्षित मैहर और खरसिया पुलिस टीम ने अंजाम दिया, जिसकी अगुवाई स्वयं एसपी दिव्यांग पटेल कर रहे थे।
‘समारा ट्रेडिंग एप’ के नाम पर हुआ था फर्जीवाड़ा : खरसिया क्षेत्र के बोतल्दा निवासी एक प्लांट कर्मचारी राजेश गबेल को फरवरी 2024 में एक वॉट्सऐप लिंक के जरिए ‘समारा ट्रेडिंग ग्रुप’ में जोड़ा गया। 5-7% मुनाफे का झांसा देकर उसे ‘समारा प्रो एप’ डाउनलोड कराई गई और शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ₹91 लाख की ठगी कर ली गई। जब रकम वापस नहीं मिली और निवेश का कोई नियंत्रण नहीं रहा, तब पीड़ित को ठगी का आभास हुआ और खरसिया थाना में मामला दर्ज कराया गया।
आईजी बिलासपुर रेंज और एसपी रायगढ़ की सख्त निगरानी में ऑपरेशन : पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के नेतृत्व में खरसिया पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम बनाई गई। जांच में पता चला कि पीड़ित की रकम देहरादून के खातों में गई थी। प्रशिक्षु आईपीएस हर्षित मैहर के नेतृत्व में विशेष टीम ने देहरादून में दबिश दी और खाता धारक शेखर थपलियाल को धर दबोचा। पूछताछ में उसके दो और साथियों कुलदीप सिंह रावत और मुख्य मास्टरमाइंड आशीष अग्रवाल का नाम सामने आया, जिन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया।
साइबर अपराध का पैन इंडिया नेटवर्क, 55 मामलों में संलिप्तता, 6 करोड़ का ट्रांजैक्शन खुलासा : गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने कई राज्यों में इसी तरह फर्जी एप्स और ट्रेडिंग कंपनियों के जरिये आम लोगों को चूना लगाया है। उत्तराखंड, यूपी और अन्य राज्यों में इन मोबाइल नंबरों से जुड़े कुल 55 साइबर फ्रॉड केस दर्ज हैं और करीब 6 करोड़ रुपये का लेन-देन रिकॉर्ड में आया है। इनके खिलाफ रायगढ़, आजमगढ़ और बलिया में भी आपराधिक मामले पंजीबद्ध हैं।
गिरफ्तार आरोपी :
- शेखर थपलियाल (34), निवासी नेहरू कॉलोनी, देहरादून
- कुलदीप सिंह रावत (39), निवासी नेहरू कॉलोनी, देहरादून
- आशीष अग्रवाल (34), निवासी डुईवाला रोड, देहरादून
जब्त सामग्री :
- 3 मोबाइल फोन
- IDFC बैंक की संयुक्त खाता चेकबुक व बैंक सील
साइबर ठगों को रायगढ़ लाकर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया, जांच जारी : पुलिस ने तीनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर रायगढ़ लाकर अदालत में प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया। मामले की जांच अब भी जारी है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य कड़ियों की तलाश की जा रही है।
पूरे ऑपरेशन में ये अधिकारी रहे सक्रिय :एसपी दिव्यांग पटेल, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, डीएसपी साइबर सेल अनिल विश्वकर्मा, एसडीओपी प्रभात पटेल, प्रशिक्षु आईपीएस हर्षित मैहर, थाना प्रभारी राजेश जांगड़े, उप निरीक्षक संजय नाग, अमरनाथ शुक्ला, प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, आरक्षक सोमेश गोस्वामी, पुष्पेन्द्र जाटवर, महेश पंडा, अनुप मिंज व राजेन्द्र राठिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह केस न सिर्फ रायगढ़ पुलिस की सतर्कता और तकनीकी दक्षता का प्रमाण है, बल्कि आम जनता के लिए भी चेतावनी है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर निवेश करते समय पूरी सतर्कता बरतें।