रायगढ़

रायगढ़ : थानों में कुर्सियां गर्म, फाइलों में मची खलबली – एसपी दिव्यांग पटेल की अपराध समीक्षा बैठक में चला सख्ती का चाबुक…!

रायगढ़। रायगढ़ पुलिस महकमे में आज का दिन किसी तूफान से कम नहीं था। जिले के एसपी दिव्यांग कुमार पटेल ने अपराध समीक्षा बैठक के नाम पर जो कार्यवाही की, वो सीधे-सीधे एक संदेश बन गई — “लंबित मामलों पर अब नहीं चलेगी लीपापोती, हर अफसर देगा हिसाब!”

पुलिस नियंत्रण कक्ष में बुलाए गए सभी थाना और चौकी प्रभारियों को एसपी ने कटघरे में खड़ा कर दिया। एक-एक लंबित मर्ग, अपराध और शिकायत फाइल पर सवाल दागे गए। जवाब में कोई बहाना नहीं सुना गया। एसपी का दो टूक संदेश – फाइल दबाओगे, तो कार्रवाई झेलो।

‘सुशासन तिहार’ पर सीधी निगरानी : एसपी ने कहा, “जनता से जुड़ी शिकायतें सिर्फ दस्तावेज नहीं, वो सिस्टम की परीक्षा हैं।” अब हर शिकायत पर तय समयसीमा में ठोस कार्यवाही होगी — वरना जिम्मेदार अफसरों पर खुद एसपी की नजर रहेगी।

चोरी-डकैती और हादसों पर ‘जून ऑपरेशन’ की तैयारी : सड़क हादसे, नकबजनी और संपत्ति अपराधों पर पुलिसिया बौखलाहट नहीं, रणनीतिक वार की जरूरत है। एसपी ने थाना प्रभारियों को चेताया “हर विवेचक को प्रतिदिन रिपोर्ट देनी होगी। लापरवाही की एक भी खबर आई, तो कुर्सी हिल जाएगी।”

समंस, वारंट और गुंडा निगरानी सबकी उलटी गिनती शुरू : हाईकोर्ट के जवाबदावों से लेकर अपराधियों की गिरफ्तारी तक, अब एसपी खुद कमान थाम चुके हैं। बदमाशों की लिस्ट अपडेट कर उनके हर मूवमेंट पर निगाह रखने का आदेश दिया गया। जो नहीं चेते, वो खुद को अगली कार्रवाई में पाएंगे!

अपराध पर शिकंजा कसने वालों को मिला सम्मान : जहाँ एक तरफ अधिकारियों की पेशी हुई, वहीं जमीनी स्तर पर साहस दिखाने वाले पुलिसकर्मियों को दिल खोल कर सराहा गया। गंभीर अपराधों की गुत्थी सुलझाने वाले जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया – जिनमें शामिल हैं: लैलूंगा के एएसआई राजेश दर्शन, पुसौर के मनमोहन बैरागी, जूटमिल के सतीश पाठक, महिला थाना के संदीप भगत, कोतवाली के संदीप मिश्रा, उत्तम सारथी, मनोज पटनायक, साइबर सेल के रविन्द्र गुप्ता और लैलूंगा के मन्नू लाल खड़िया।

एसपी का अल्टीमेटम – अब सिर्फ कार्रवाई दिखेगी, बहाने नहीं : बैठक के अंत में एसपी दिव्यांग पटेल ने स्पष्ट कहा:
“जो पुलिसकर्मी काम कर रहे हैं, वही हमारे असली चेहरे हैं। बाकी सब अब तैयारी कर लें — रायगढ़ में सुशासन सिर्फ पोस्टर में नहीं, जमीन पर दिखेगा!”

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)

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