धरमजयगढ़ में राशन घोटाले का बड़ा खुलासा: लाखों के खाद्यान्न गबन में स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष और सचिव गिरफ्तार!…

रायगढ़। जिले के धरमजयगढ़ अंचल में सरकारी योजनाओं के तहत गरीबों के लिए आवंटित राशन के वितरण में घोटाले का भंडाफोड़ हुआ है। कापू तहसील क्षेत्र की सरकारी उचित मूल्य दुकानों में वर्षों से चल रहे भारी भ्रष्टाचार पर आखिरकार खाद्य विभाग की सघन जांच ने शिकंजा कस दिया। एसडीएम धनराज मरकाम के नेतृत्व और खाद्य शाखा अधिकारी मनोज सारथी के मार्गदर्शन में खाद्य उपनिरीक्षक सुधा रानी चौहान के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
जांच रिपोर्ट के अनुसार, इंदिरा स्व-सहायता समूह बंधनपुर की अध्यक्ष मंजु कुर्रे और सचिव सुमित्रा कुर्रे ने बंधनपुर, कापू और लिप्ती ग्राम पंचायतों की राशन दुकानों से लाखों रुपये मूल्य का चावल, शक्कर, नमक और चना गबन कर डाला। कुल ₹7.99 लाख की आवश्यक उपभोक्ता वस्तुएं गरीब हितग्राहियों तक पहुंचने के बजाय कालाबाजारी की भेंट चढ़ा दी गईं।
हितग्राहियों की लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए खाद्य उपनिरीक्षक सुधा रानी चौहान ने उच्चाधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया। उच्च स्तरीय जांच में आरोप सही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की गई। दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(5), 3(5) बीएनएस तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत कापू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
कापू पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और अन्य शासकीय राशन दुकानों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है।
अब सवाल उठता है :
- आखिर कब तक गरीबों के हक का राशन लूटा जाता रहेगा?
- क्या अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की भी जांच होगी?
- खाद्य विभाग और प्रशासन इस तरह की लूट पर स्थायी नकेल कसने के लिए क्या कदम उठाएगा?
धरमजयगढ़ में अब एक स्वर गूंज रहा है — भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा!