जशपुर

जशपुर पुलिस की चौकस निगाहें : ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुमशुदा बच्चियों को ढूंढकर लौटाई परिजनों की मुस्कान…

जशपुर, 18 अप्रैल 2025 :छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में “ऑपरेशन मुस्कान” के तहत एक बार फिर जशपुर पुलिस ने मानवीय संवेदनशीलता और पेशेवर कुशलता का परिचय देते हुए चार गुमशुदा बच्चियों को सकुशल खोज निकाला है। इनमें तीन नाबालिग और एक बालिग युवती शामिल है, जिन्हें पुलिस ने न सिर्फ जिले के भीतर से बल्कि सैकड़ों किलोमीटर दूर हैदराबाद और कानपुर से खोज निकाला और परिजनों को सौंपा।

पुलिस की संवेदनशीलता और कार्यकुशलता की मिसाल : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह के नेतृत्व और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनिल कुमार सोनी (नोडल अधिकारी, ऑपरेशन मुस्कान) के मार्गदर्शन में जशपुर पुलिस लंबे समय से गुम बच्चों को ढूंढने का अभियान चला रही है। अब तक 150 से अधिक बच्चों को उनके घर लौटाया जा चुका है – यह आंकड़ा पुलिस की सतर्कता और मानवीय संवेदना को रेखांकित करता है।

एक सप्ताह, चार बच्चियाँ, चार कहानियाँ – मगर एक ही अंत: सकुशल वापसी :

  • पत्थलगांव क्षेत्र की 14 वर्षीय बालिका परिजनों से नाराज़ होकर लापता हो गई थी। 13 अप्रैल को ही पुलिस ने उसे खोज निकाला और परिजनों को सौंप दिया।
  • कांसाबेल थाना क्षेत्र की 17 वर्षीय युवती 25 मार्च से लापता थी, जिसे हैदराबाद (तेलंगाना) से बरामद कर सकुशल परिजनों को सौंपा गया।
  • सन्ना थाना क्षेत्र की 20 वर्षीय युवती 19 मार्च से गायब थी, जिसे कानपुर (उत्तर प्रदेश) से खोजकर लाया गया।
  • चौकी आरा की 14 वर्षीय नाबालिग को एक युवक कुमंत राम (22 वर्ष) शादी का झांसा देकर बहला-फुसलाकर ले गया था। पुलिस ने उसे दस्तयाब किया और आरोपी को बीएनएस की धाराओं 87, 96, 64(2) और पॉक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

जशपुर पुलिस का स्पष्ट संदेश : महिला और बाल सुरक्षा के प्रति जशपुर पुलिस की सख्ती और संवेदनशीलता दोनों एक साथ नजर आती है। एसपी शशि मोहन सिंह का कहना है कि – “हर लापता बच्चा हमारे लिए सिर्फ एक केस नहीं, एक परिवार की उम्मीद है। ऑपरेशन मुस्कान तब तक जारी रहेगा, जब तक जिले का हर बच्चा सुरक्षित अपने घर नहीं लौट जाता।”

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)
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