पुसौर में साधु वेश में घूम रहे तस्करों की साज़िश नाकाम, चार किलो गांजा समेत रंगे हाथ गिरफ्तार! पुलिस की दबिश से फैली सनसनी!!…

रायगढ़। जिले के पुसौर थाना क्षेत्र में कल दोपहर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ, जब साधु के भेष में घूम रहे दो शातिर तस्करों को पुसौर पुलिस ने चार किलो गांजा के साथ धर दबोचा। फिल्मी स्टाइल में चल रही इनकी नशे की डीलिंग को पुलिस ने ऐन वक्त पर भांपते हुए ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
साधु की आड़ में ये दोनों तस्कर नशे का धंधा बेखौफ तरीके से चला रहे थे। लेकिन पुसौर पुलिस की पैनी नजर और खुफिया तंत्र की मुस्तैदी से इनकी पोल खुल गई। पुलिस ने मौके से करीब 40 हजार रुपए कीमत का गांजा और 1.5 लाख की मोटरसाइकिल जप्त की है। कुल मिलाकर करीब 1.90 लाख रुपए की अवैध संपत्ति पुलिस के कब्जे में आई है।
तीन तराई तालाब के पास घेराबंदी कर दबोचा : घटना पुसौर के तीन तराई तालाब के पास की है, जहां मोटरसाइकिल नंबर UP 85 BW 6661 खड़ी कर दो व्यक्ति ‘साधु’ बनकर गांजा के ग्राहक ढूंढ रहे थे। जैसे ही पुसौर थाना प्रभारी निरीक्षक रामकिंकर यादव को इस गुप्त गतिविधि की सूचना मिली, उन्होंने उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया।
सटीक घेराबंदी और बिजली की रफ्तार से कार्यवाही : सहायक उप निरीक्षक उमाशंकर विश्वाल के नेतृत्व में पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई। कुछ ही देर में दोनों तस्कर पुलिस के शिकंजे में थे। तलाशी के दौरान दोनों के थैलों से चार किलो गांजा बरामद हुआ, जिसके कोई भी दस्तावेज वे पेश नहीं कर सके।
गिरफ्तार आरोपी ये हैं-
- बालाजी थनापति पिता शंकर थनापति (32), निवासी सोनारीबेनी, थाना सुबलिया, जिला सोनपुर (ओडिशा)
- सुदर्शन दास पिता भगवान दास (32), निवासी बशीवट, थाना वृंदावन, जिला मथुरा (उत्तर प्रदेश)
एनडीपीएस एक्ट के तहत कसा शिकंजा : पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 20 (बी), एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर अपराध क्रमांक 86/2025 में गिरफ्तार किया है। दोनों को न्यायालय में प्रस्तुत कर रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस की टीम रही सुपर एक्टिव : इस जबरदस्त कार्रवाई में निरीक्षक रामकिंकर यादव, एएसआई उमाशंकर विश्वाल, उमाशंकर नायक, प्रधान आरक्षक कल्याण कंवर, आरक्षक तारिक अनवर और महेश चौहान की भूमिका बेहद सराहनीय रही।
एसपी दिव्यांग पटेल के दिशा निर्देशन और सीएसपी आकाश शुक्ला के मार्गदर्शन में नशे के विरुद्ध चल रही मुहिम को मिली यह सफलता नशा कारोबारियों के लिए एक कड़ा संदेश है— अब नहीं बख्शे जाएंगे!
पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ सतर्कता का उदाहरण है, बल्कि यह साफ संदेश भी है कि पुसौर में अब साधु के वेश में भी छिपे अपराधी नहीं बच पाएंगे!