रायगढ़ में अवैध संबंध का खूनी अंत : दोस्त बना कातिल, 12 घंटे में पुलिस ने सुलझाई मर्डर मिस्ट्री…

रायगढ़। जिले में एक सनसनीखेज हत्या का पर्दाफाश हुआ है, जहां दोस्ती, विश्वास और रिश्तों के बीच शक ने एक निर्दोष की जान ले ली। चक्रधरनगर पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे हुआ खुलासा? : 12 मार्च की सुबह जामगांव रेलवे ट्रैक पर एक युवक की क्षत-विक्षत लाश मिली, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। शुरू में यह मामला हादसा माना जा रहा था, लेकिन चक्रधरनगर थाना प्रभारी प्रशांत राव के नेतृत्व में जब पुलिस टीम ने बारीकी से जांच की, तो यह एक सोची-समझी हत्या निकली। मृतक की पहचान जितेंद्र सिंह के रूप में हुई, जो पेशे से ट्रक चालक था।
शक, साजिश और हत्या : जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जितेंद्र के अपने ही साथी ट्रक चालक सुरेश सिंह की पत्नी से अवैध संबंध थे। इस शक ने सुरेश को अंदर ही अंदर खौलते गुस्से में बदल दिया, और उसने अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर जितेंद्र को मौत के घाट उतारने की साजिश रच डाली।
ऐसे उतारा मौत के घाट : 11 मार्च की रात जब जितेंद्र एसपी प्लांट के पास अपना ट्रेलर खड़ा कर रहा था, तब सुरेश ने उसे फोन कर जामगांव रेलवे ट्रैक के पास बुलाया। वहां तीनों ने साथ बैठकर शराब पी। लेकिन जितेंद्र को इस बात की भनक तक नहीं थी कि उसके अपने ही साथी उसकी कब्र खोद चुके थे। नशे की हालत में पहले से तय योजना के तहत सुरेश और उसके साथी ने जितेंद्र पर हमला कर दिया। पहले हाथ-मुक्कों से पीटा, फिर नुकीले हथियार से गले और सिर पर ताबड़तोड़ वार कर निर्ममता से उसकी हत्या कर दी।
पुलिस को गुमराह करने की साजिश : हत्या के बाद खुद को बचाने के लिए सुरेश ने पुलिस को गुमराह करने की चाल चली। उसने थाने पहुंचकर अज्ञात लाश मिलने की सूचना दी, ताकि शक उसकी ओर न जाए। लेकिन चक्रधरनगर पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए, साइबर सेल और फॉरेंसिक टीम की मदद से सुराग जुटाए और सुरेश से कड़ाई से पूछताछ की। आखिरकार, वह पुलिस के सवालों के आगे टूट गया और अपना गुनाह कबूल कर लिया।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई : पुलिस ने आरोपी सुरेश सिंह पिता स्व. गोपाल सिंह उर्फ बबल (उम्र 42, निवासी कुदारी, झारखंड) को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका दूसरा साथी अब भी फरार है। सुरेश के पास से एक मोबाइल बरामद किया गया है, जो इस मामले में अहम सबूत साबित हो सकता है। पुलिस अब फरार आरोपी की तलाश में जुटी है।
पुलिस टीम की शानदार कार्रवाई : इस हाई-प्रोफाइल हत्या की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी प्रशांत राव, सहायक उपनिरीक्षक नंद कुमार सारथी, प्रधान आरक्षक रवि सहाय, आरक्षक चंद्र कुमार बंजारे, मिनकेतन पटेल, अभय यादव, राजेश सिदार और साइबर सेल टीम की अहम भूमिका रही।
रायगढ़ पुलिस ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही इस हत्या में शामिल फरार आरोपी भी सलाखों के पीछे होगा और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।