दंतेवाड़ा

छत्तीसगढ़ पंचायत चुनाव 2025: भाजपा का परचम लहराया, दंतेवाड़ा की पांच ग्राम पंचायतों में निर्विरोध सरपंच निर्वाचित…

दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 का माहौल गर्म है, लेकिन मतदान से पहले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दंतेवाड़ा जिले में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा दी है। जिले की पांच ग्राम पंचायतों—नेलगोड़ा, बुदपदर, चेरपाल, कारली-2 और हारला—में भाजपा समर्थित उम्मीदवारों को निर्विरोध सरपंच चुना गया है।

निर्विरोध निर्वाचित हुए सरपंचों में नेलगोड़ा से सुखराम लेकामी, बुदपदर से घासीराम कश्यप, चेरपाल से मुनी बाई कश्यप, कारली-2 से रीना कश्यप और हारला से शक्ति बेरला शामिल हैं। इन सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भाजपा नेताओं ने मिठाई खिलाकर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

भाजपा नेताओं ने दी शुभकामनाएं : भाजपा के दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी और जिलाध्यक्ष संतोष गुप्ता ने इन सभी निर्विरोध सरपंचों का अभिनंदन किया और कहा कि यह जीत ग्रामीण जनता के भाजपा पर बढ़ते विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “यह जीत दिखाती है कि भाजपा की नीतियों और विकास कार्यों को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। निर्विरोध निर्वाचित सरपंच गांवों के विकास को नई दिशा देंगे।”

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: मतदान की तारीखें तय : छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव तीन चरणों में—17 फरवरी, 20 फरवरी और 23 फरवरी को संपन्न होंगे। चुनाव प्रचार जोरों पर है और नामांकन व नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस चुनाव में सरपंच, पंच, जिला पंचायत सदस्य और जनपद पंचायत सदस्य के पदों के लिए मतदान होगा।

राजनीतिक समीकरणों पर असर : दंतेवाड़ा जिले की इन पांच ग्राम पंचायतों में भाजपा समर्थित उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना कांग्रेस और अन्य दलों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा की रणनीति और जमीनी पकड़ मजबूत है।

क्या कहते हैं स्थानीय मतदाता? स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि भाजपा समर्थित उम्मीदवारों को निर्विरोध चुनकर उन्होंने विकास की दिशा में ठोस कदम उठाया है। एक मतदाता ने कहा, “हम अपने गांव के विकास और बेहतरी के लिए भाजपा के साथ हैं।”

अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले पंचायत चुनाव के अन्य चरणों में यह राजनीतिक समीकरण किस ओर मुड़ते हैं। फिलहाल, भाजपा समर्थकों में जश्न का माहौल है और यह जीत पार्टी के लिए मनोबल बढ़ाने वाली साबित हो रही है।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)

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