साल का आख़िरी चंद्र ग्रहण आज, भारत समेत दुनिया की 85% आबादी बनेगी साक्षी…

नई दिल्ली। वर्ष 2025 का अंतिम पूर्ण चंद्र ग्रहण आज रात लगने जा रहा है, जिसे भारत सहित दुनिया के बड़े हिस्से में देखा जा सकेगा। खगोलीय गणना के अनुसार यह ग्रहण कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में घटित होगा। इसकी शुरुआत 7 सितंबर की रात 09:58 बजे होगी और देश के प्रमुख शहरों – नई दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, जयपुर, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और लखनऊ समेत कई स्थानों से स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा।
धार्मिक महत्व और सूतक काल : ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण से ठीक 9 घंटे पूर्व सूतक काल प्रारंभ हो जाता है। इस अवधि में मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और पूजा-पाठ व देव प्रतिमाओं का स्पर्श वर्जित माना जाता है। ग्रहण के दौरान चंद्रमा का लालिमा लिए दिखाई देना विशेष आकर्षण का केंद्र होगा, जिसे वैज्ञानिक भाषा में ‘ब्लड मून’ कहा जाता है।
वैश्विक दृष्टि से अहम : खगोलविदों के मुताबिक, यह खगोलीय घटना पूरी दुनिया की लगभग 85 प्रतिशत आबादी को दिखाई देगी। भारत के अतिरिक्त एशिया, यूरोप, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के लोग इस अद्भुत दृश्य का आनंद ले सकेंगे। हालांकि, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका में रहने वाले लोग इसे नहीं देख पाएंगे, क्योंकि वहाँ चाँद निकलने से पहले ही ग्रहण समाप्त हो जाएगा।
वैज्ञानिक और आस्था का संगम : चंद्र ग्रहण न केवल खगोल विज्ञान के दृष्टिकोण से एक दुर्लभ और रोचक घटना है, बल्कि धार्मिक मान्यताओं में भी इसका विशेष महत्व है। इसीलिए यह अवसर श्रद्धा और विज्ञान—दोनों ही पहलुओं से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।