खरसिया में पिता-पुत्र की संदिग्ध मौत: शराब या साज़िश? जांच में उलझी गुत्थी…

रायगढ़। जिले के खरसिया थाना क्षेत्र के ग्राम भालूचुंवा में रविवार रात एक दर्दनाक और रहस्यमय घटना ने सनसनी फैला दी। पिता-पुत्र की मौत ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। दोनों ने कथित रूप से देशी शराब पीने के बाद दम तोड़ दिया।
अब सवाल उठ रहा है – क्या यह मौत शराब से हुई है या इसके पीछे कोई और वजह छिपी है?
मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम भालूचुंवा निवासी बोधराम पटेल (40) रविवार रात देशी शराब का एक क्वार्टर लेकर घर आया। उसने थोड़ी शराब पी, और बची हुई शराब उसके पिता तिलकराम पटेल (65) ने पी ली। देर रात दोनों की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। घबराए परिजन उन्हें तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शुरू की जांच : घटना की सूचना मिलते ही खरसिया पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच शुरू की। खरसिया एसडीओपी अनिल कुमार विश्वकर्मा ने बताया- “दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी। फिलहाल मामले की गहन जांच की जा रही है।”
आबकारी विभाग का बयान : जिला आबकारी अधिकारी खलखो ने कहा – “देशी शराब की पेटियों से लगातार बिक्री होती है। यदि शराब में गड़बड़ी होती, तो इसका असर और लोगों पर भी दिखता। ऐसे में मौत का कारण कुछ और भी हो सकता है। सही तथ्य पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होंगे।”
ग्रामीणों में आक्रोश और दहशत : घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का आरोप है कि शराब के नाम पर अक्सर मिलावटी जहर बेचा जाता है, जिसकी वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं। लोगों का कहना है कि सरकार और प्रशासन की लापरवाही के कारण शराब माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और इसकी कीमत आम लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है।
बड़ा सवाल :
- क्या मौत की असली वजह शराब है या इसके पीछे कोई और कारण छिपा है?
- शराब की क्वालिटी जांच में आबकारी विभाग की भूमिका पर सवाल क्यों उठ रहे हैं?
- क्या ग्रामीण क्षेत्रों में मिलावटी शराब का कारोबार प्रशासन की नाक के नीचे फल-फूल रहा है?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर सिस्टम, शराब कारोबार और सरकारी निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।