छत्तीसगढ़

सरकारी अस्पताल में फर्श पर डिलीवरी कराने के मामले में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने जनहित याचिका मानकर की सुनवाई…

◆ उच्च न्यायालय ने स्वास्थ्य विभाग के चीफ सेक्रेटरी, स्वास्थ्य संचालक, सरगुजा के कलेक्टर के साथ ही CMHO व सिविल सर्जन सहित अफसरों को शपथ पत्र के साथ मांगा जवाब…

अंबिकापुर जिले के सरकारी अस्पताल में फर्श पर डिलीवरी कराने के मामले को हाईकोर्ट ने जनहित याचिका मान कर सुनवाई शुरू की है। चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच ने कहा कि सरकार जब दूरस्थ क्षेत्र में सुविधाओं का लाभ देने का दावा कर रहा है तो अफसर क्या कर रहे हैं। उन्होंने प्रकरण में स्वास्थ्य विभाग के चीफ सेक्रेटरी, स्वास्थ्य संचालक, सरगुजा के कलेक्टर के साथ ही CMHO व सिविल सर्जन सहित अफसरों को शपथ पत्र के साथ जवाब मांगा है। बता दें कि बीएमओ डॉ. पीएन राजवाड़े को सस्पेंड कर दिया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं।

दरअसल, अंबिकापुर के जिला मुख्यालय से लगे नवानगर निवासी प्रियावती पैकरा 9 माह की गर्भवती थी। दरिमा उप स्वास्थ्य केन्द्र में 8 जून 2024 को प्रसव पीड़ा होने पर उक्त महिला मितानिन के साथ उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंची, लेकिन वहां न तो कोई डॉक्टर और न ही कोई नर्स मौजूद थी। परिजन व मितानिन ने कई बार डॉक्टर व नर्स को फोन लगाया पर किसी ने नहीं ने कोई जवाब नहीं दिया। फिर मितानिन ने फर्श पर महिला का असुरक्षित ढंग से प्रसव कराया।

सरकारी अस्पताल में महिला का लापरवाही तरीके से प्रसव कराने को लेकर हाईकोर्ट ने भी जनहित याचिका मानकर सुनवाई शुरू की है। डिवीजन बेंच ने सरकारी अस्पतालों की अव्यवस्था पर चिंता जाहिर की है। साथ ही कहा कि सरकार की तरफ से योजनाएं लागू कर पैसे खर्च किया जा रहा है। इसके बाद भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। हाईकोर्ट ने कहा है, कि जब राज्य सरकार राज्य के दूरदराज के इलाकों में रहने वाली जनता को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए भारी मात्रा में धन खर्च कर रही है तो ऐसी स्थिति क्यों बन रही है। स्वास्थ्य केंद्रों के मामलों का प्रबंधन करने के लिए जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी स्वयं अनुपस्थित हैं जब उनकी सबसे अधिक आवश्यकता होती है। ऐसे में सरकार को कुछ कड़े कदम उठाने चाहिए।

वायरल वीडियो रोकने के निर्देश : सरकारी अस्पताल के फर्श में प्रसव कराने का वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जमकर वायरल हो रहा है। यह वीडियो विभत्स है, जिसे प्रसारित होने से तत्काल रोका जाए। इसके लिए आगे सुनिश्चित करें जो वीडियो इस घटना का ऑनलाइन वायरल किया गया है, उसे आगे प्रसारित करने से भी तत्काल रोका जाए।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)

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