रायगढ़ : शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में सरस मेले का हुआ भव्य शुभारंभ…
रायगढ़। जिले में आज से सरस मेले का शुभारंभ हुआ, जिसमें लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया और राज्यसभा सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह ने उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल, कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल, सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी और महिला समूहों की सदस्य उपस्थित रहीं।
सांसद श्री राधेश्याम राठिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं संचालित हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार भी महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की दिशा में निरंतर कार्यरत है। उन्होंने कहा कि जब एक महिला सक्षम होती है, तो पूरा परिवार सक्षम होता है और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवरता है। सरस मेला महिला समूहों की प्रतिभा और परिश्रम को प्रदर्शित करने का एक शानदार मंच है, जहां रायगढ़ वासियों को इन हस्तनिर्मित उत्पादों को देखने और खरीदने का अवसर मिलेगा।
राज्यसभा सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि यह आयोजन हमारी संस्कृति और हस्तशिल्प का उत्सव है, जो हमारी माताओं-बहनों की रचनात्मकता को सराहने का अवसर प्रदान करता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ महिलाएं उठा रही हैं। ये योजनाएं महिलाओं की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बनकर उभरी हैं।
सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव ने स्वागत उद्बोधन में बताया कि ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को मंच प्रदान करने के लिए सरस मेले का आयोजन किया जा रहा है। रायगढ़ में यह मेला 3 से 12 जनवरी तक आयोजित हो रहा है, जिसमें प्रदेश के सभी जिलों के साथ अन्य राज्यों से आई महिला समूहों के हस्तनिर्मित उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं। यहां समूहों द्वारा 200 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं।
मेले में 8 राज्यों (असम, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश) से महिला समूहों के उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं, जिनमें पंजाब की फुलकारी सूट-दुपट्टा, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, खादी की कुर्ती, जैकेट, सिल्क की साड़ी, हर्बल उत्पाद और हैंड कढ़ाई की वस्तुएं शामिल हैं। साथ ही, छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों से भी बिहान दीदियों द्वारा निर्मित उत्पाद विक्रय हेतु उपलब्ध हैं। लाइव फूड स्टॉल में छत्तीसगढ़ के लोक व्यंजन जैसे फर्राह, चीला, बड़ा, ठेठरी, खुर्मी शामिल हैं। बच्चों के लिए ट्रम्पोलिन और झूला भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
मेले में महिला समूहों की क्रीड़ा स्पर्धाएं भी आयोजित की जा रही हैं, जिनमें बिहान बॉक्स क्रिकेट और बिहान बॉक्स बैडमिंटन प्रतियोगिताएं शामिल हैं। प्रत्येक दिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक बिहान की दीदियों का सांस्कृतिक कार्यक्रम और शाम 5 से 8 बजे तक स्थानीय लोक कलाकारों एवं स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। सर्वाधिक विक्रय दर्ज करने वाले स्टॉल और सबसे स्वादिष्ट व्यंजन बनाने वाले स्टॉल को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रत्येक दिन एक विकासखंड की दीदियों द्वारा मंच संचालन से लेकर समस्त सांस्कृतिक एवं खेल-कूद कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।