रायगढ़ : महाबीर सॉ मिल संचालक कि मनमानी चरम पर आखिर वन विभाग मेहरबान क्यों… बिना लायसेंस के चल रहे आरामिल?…
रायगढ़। जिले के कोड़ातराई स्तिथ महाबीर सॉ मिल संचालक पदमन चौधरी कि मनमानी चरम पर है, महाबीर सॉ मिल द्वारा बेधड़क लकड़ी का कार्य किया जा रहा है जिससे बार बार शिकायत के बाद भी आखिर कार्यवाही क्यों नहीं हुई,वन विभाग रायगढ़ के द्वारा जाँच करने पर शिकायत कर्ता का शिकायत सही पाया गया जिससे महाबीर सॉ मिल को सीज कर दिया गया पर कुछ दिन बाद फिर से मिल बेखौफ़ होकर संचालन किया गया जिससे वन अमला पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, वन विभाग कार्यवाही के नाम से खाना पूर्ति तो कर दिया पर पुनः मिल संचालित करने पर शिकायत कर्ता वाट्सअप के माध्यम से वन विभाग डीएफओ को बार बार सूचित किया गया पर वन अमला इस मामले पर चुप्पी साध ली है इससे ये प्रतीत होता है कि वन विभाग कि सहमति स्वीकृति है, जिससे आप अंदाजा लगा सकते हैं वन विभाग के नाक के नीचे धड़ल्ले से अवैध सॉ मिल का संचालन करना और कोई ठोस कार्यवाही न होना ऐसे मे वन विभाग कि छबि धूमिल हो रही है ऐसे मे अवैध रूप से संचालित महाबीर सॉ मिल को पुनः सील करके संचालक पर उचित कार्यवाही करना वन अमला के लिए संजीवनी प्राप्त होगा जिससे वन अमला कि छबि बने रहे।।
क्या कहते हैं शिकायत कर्ता : शिकायत कर्ता मिनकेतन चौधरी ने बताया कि ट्राली आरा मशीन को वन विभाग द्वारा बिना लायसेंस के अवैध पाए जाने पर 24 नवंबर 2022 को सील बंद कर दिया गया था, वर्तमान मे उक्त ट्राली आरा मिल का संचालन पुनः हो रहा है मिल का सील टुटा हुआ है, जिसकी संचालन पुनः होने पर वन मण्डलाधिकारी रायगढ़ को सुचना वाट्सअप के माध्यम से विडिओ एवं फोटो भेजा गया था पर अभी तक किसी प्रकार का जाँच पुनः नहीं किया गया है जो कि नियम के विरुद्ध है ऐसे मे हमे वन विभाग कि संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता, तथा पूरी जानकारी को सुचना अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी भी माँगा गया है उचित जानकारी मिलते ही जल्द ही कोर्ट कि शरण मे जाने को बाध्य हो जाएंगे ।
क्या कहते हैं वन मंडलाधिकारी रायगढ़ : महाबीर सॉ मिल का पूर्व मे जाँच किया गया था उसे सील किया गया है, अगर सचालित है तो पुनः कल उड़नदस्ता कि टीम भेजी जाएगी और गलत पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही संचालक पर किया जाएगा।