रायपुर

ब्रेकिंग छत्तीसगढ़ : भारतीय वन सेवा के पांच अफसर बने प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन प्रबंधन को मिलेगी नई दिशा…

रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन ने भारतीय वन सेवा (IFS) के पांच वरिष्ठ अधिकारियों को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (PCCF) के पद पर पदोन्नति प्रदान की है। वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा 1 अप्रैल 2025 को जारी आदेश के अनुसार, इन अधिकारियों को HAG+ स्तर 16 वेतनमान (₹2,05,400-2,24,400) में पदोन्नत किया गया है। पदोन्नति के साथ ही इन्हें वर्तमान पदस्थापना पर ही कार्य करने की जिम्मेदारी दी गई है।

यह पदोन्नति छत्तीसगढ़ कैबिनेट की उस अनुशंसा के आधार पर की गई है, जिसमें भारतीय वन सेवा के 30 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके अधिकारियों को वरिष्ठ पदों पर पदोन्नत करने का निर्णय लिया गया था। इस निर्णय से छत्तीसगढ़ में वन संरक्षण, वन्यजीव प्रबंधन और सतत विकास को और अधिक मजबूती मिलेगी।


पदोन्नत अधिकारी एवं उनकी नई पदस्थापना : छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, निम्नलिखित अधिकारियों को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (PCCF) के पद पर पदोन्नत किया गया है :

1. श्री कौशलेन्द्र कुमार (1992 बैच)

  • पूर्व पद: अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (अनुश्रवण एवं मूल्यांकन), अरण्य भवन, नवा रायपुर अटल नगर।
  • वर्तमान पद: प्रधान मुख्य वन संरक्षक (अनुश्रवण एवं मूल्यांकन), अरण्य भवन, नवा रायपुर अटल नगर।
  • भूमिका: राज्य में वन विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं परियोजनाओं की निगरानी और मूल्यांकन का कार्य करेंगे।

2. श्री आलोक कटियार (1993 बैच)

  • पूर्व पद: अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं निदेशक, राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, रायपुर।
  • वर्तमान पद: प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं निदेशक, राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, रायपुर।
  • भूमिका: राज्य में वानिकी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण को नई दिशा देंगे, जिससे वन प्रबंधन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिलेगा।

3. श्री अरुण कुमार पाण्डेय (1994 बैच)

  • पूर्व पद: अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास/योजना), अरण्य भवन, नवा रायपुर अटल नगर।
  • वर्तमान पद: प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास/योजना), अरण्य भवन, नवा रायपुर अटल नगर।
  • भूमिका: वन क्षेत्र के विकास और नई योजनाओं के क्रियान्वयन पर कार्य करेंगे।

4. श्री सुनील कुमार मिश्रा (1994 बैच)

  • पूर्व पद: अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (भू-प्रबंध एवं वन संरक्षण अधिनियम), अरण्य भवन, नवा रायपुर अटल नगर।
  • वर्तमान पद: प्रधान मुख्य वन संरक्षक (भू-प्रबंध एवं वन संरक्षण अधिनियम), अरण्य भवन, नवा रायपुर अटल नगर।
  • भूमिका: वन संरक्षण अधिनियम और भूमि प्रबंधन से जुड़े मामलों की देखरेख करेंगे।

5. श्री प्रेम कुमार (1994 बैच)

  • पूर्व पद: अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी प्रबंधन एवं योजना), अरण्य भवन, नवा रायपुर अटल नगर।
  • वर्तमान पद: प्रधान मुख्य वन संरक्षक (ईको टूरिज्म तथा वन्यप्राणी प्रबंधन एवं योजना), अरण्य भवन, नवा रायपुर अटल नगर।
  • भूमिका: ईको टूरिज्म और वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में नई योजनाओं को लागू करेंगे।

कैसे मिलेगी वन विभाग को मजबूती? : छत्तीसगढ़ सरकार के इस निर्णय से राज्य के वन संरक्षण, वन्यजीव प्रबंधन, अनुसंधान और सतत विकास को नई दिशा मिलेगी। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुभव से वनों के वैज्ञानिक प्रबंधन और संवहनीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।

  1. वनों की निगरानी और मूल्यांकन को मिलेगा नया दृष्टिकोण – अब वन योजनाओं के प्रभाव और क्रियान्वयन को अधिक प्रभावी ढंग से परखा जाएगा।
  2. वानिकी अनुसंधान को बढ़ावा – अनुसंधान और प्रशिक्षण के माध्यम से जंगलों की जैव विविधता को संरक्षित करने की दिशा में प्रयास होंगे।
  3. पर्यावरण अनुकूल योजनाओं का विकास – सतत विकास की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा।
  4. वन्यजीव संरक्षण और ईको-टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा – टूरिज्म से जुड़े क्षेत्रों का विकास किया जाएगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

आगे की रणनीति : छत्तीसगढ़ सरकार वन विभाग को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए लगातार सुधार कर रही है। नए पदोन्नत अधिकारी राज्य के वन प्रबंधन में नई ऊर्जा और दिशा देने का कार्य करेंगे। इससे न केवल वन संरक्षण मजबूत होगा, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन और टिकाऊ विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।

छत्तीसगढ़ सरकार के इस निर्णय से वन संरक्षण और सतत विकास की दिशा में राज्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की उम्मीद जताई जा रही है।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)

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