बिलासपुर : मिशन अस्पताल चांटापारा स्थित जमीन को खाली करने के लिए 26 अगस्त तक का मौका, नोटिस जारी…
बिलासपुर । मिशन अस्पताल की स्थापना के लिए चांटापारा स्थित जमीन 1,885 में लीज पर दी गई थी। हास्पिटल की जमीन का लीज वर्ष 2014 में समाप्त हो गया। हास्पिटल प्रबंधन ने लीज का नवीनीकरण नहीं कराया था। अस्पताल के डायरेक्टर रमन जोगी ने नवीनीकरण के लिए जब आवेदन पेश किया तो नजूल न्यायालय ने 2024 में नवीनीकरण के आवेदन को खारिज कर दिया।
नवीनीकरण खारिज करने का एक कारण यह था कि जो जमीन क्रिश्चियन वुमेन बोर्ड आफ मिशन को चैरिटी के लिए मिशन हास्पिटल संचालन के लिए दिया गया था, उस जमीन का इस्तेमाल अस्पताल प्रबंधन किराए पर देकर आय का साधन बना रखा था। शिकायत के बाद नजूल न्यायालय ने मिशन अस्पताल परिसर में संचालित चिकित्सा सेवाओं, भवनों और अन्य गतिविधियों को खाली करने 26 अगस्त तक डायरेक्टर रमन जोगी को दिया था।
मिशन हास्पिटल को जारी नोटिस सौंपने गुरुवार को तहसीलदार व उनकी टीम ने मिशन हास्पिटल का निरीक्षण करने पहुंची थी। इस दौरान डा रमन जोगी ने कलेक्टर अवनीश शरण को 26 अगस्त तक चाबी सौंपने का आवेदन सौंपा हैं।
मिशन हास्पिटल के डायरेक्टर रमन जोगी ने 26 अगस्त तक अस्पताल को खाली करने का समय मांगा है। नजूल की टीम ने गुरुवार को हास्पिटल का निरीक्षण करने गई थी।
हास्पिटल की लीज के लिए 1994 से आवेदन दिया गया है। प्रशासन ने लीज की सुनवाई 2024 को हुई और लीज को निरस्त कर दिया। मैंने गुरुवार को आवेदन सौंपा है। 140 साल पुराने हास्पिटल की लीज को किन कारणों से निरस्त किया गया यह समझ से परे है। मामले में कमिश्नर न्यायालय में शुक्रवार को सुनवाई होनी है। डा. रमन जोगी, डायरेक्टर मिशन अस्पताल