बिलासपुर : ईडी में पहचान व राज्यपाल कोटे से मंत्रालय में नौकरी लगाने का झांसा देकर आठ लाख की ठगी…
बिलासपुर। जिला अस्पताल में पदस्थ स्टाफ नर्स अपने मामा को शासकीय नौकरी लगाने के फेर में आठ लाख की ठगी का शिकार हो गई। ठगी की वारदात को अंजाम देने वाली कोई और नहीं उसके साथ काम करने वाली सहकर्मी नर्स ही है। तारबाहर पुलिस अपराध दर्ज कर मामले में नर्स और उसके सहयोगी के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।
तारबाहर थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने बताया कि, लिंकरोड निवासी किरण पिता ओम प्रकाश बघेल (28) शासकीय जिला अस्पताल बिलासपुर में स्टाफ नर्स है। किरण बघेल ने अपनी शिकायत में बताया कि, उनके साथ कार्यरत सहकर्मी मंजू पटेल निवासी जांजगीर रोड भदरा पामगढ़ ने किरण को बताया कि उनका दोस्त सतीश कुमार सोनवानी निवासी मोवा रायपुर की रायपुर मंत्रालयल, ईडी व राज्यपाल कार्यालय में बहुत पहचान है।
किरण ने बताया कि सतीश ने पहली मुलाकात में बताया कि उसने अपनी पहचान से कई लोगो को नौकरी लगवा चुका है। इस पर किरण ने अपने मामा शेषचरण कुर्रे पिता डमरूधर कुर्रे निवासी ग्राम सुर्री पोस्ट तेतला जिला रायगढ़ की नौकरी के संबंध में बात की। सतीश सोनवानी ने मंत्रालय में राज्यपाल कोटे से क्लर्क की नौकरी तत्काल लगवाने व छह माह के अदर पोस्टिंग होने का का झांसा देकर विभिन्न किस्त में आठ लाख रुपये ले लिया। 2023 से आज तक मामा शेषचरण कुर्रे की नौकरी न लगने पर किरण ने रुपए वापस मांगे तो दोनों गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देने लगे। पीड़ित ने तारबाहर थाने पहुंच कर दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
किरण बघेल ने आगे बताया कि जिला अस्पताल में काम करने वाले और भी कर्मचारियों ने मंजू व सतीश को रुपये दिए हैं। इनमें लता पाटिल ने 4 लाख 60 हजार व रीता अंजना साहू से 90 हजार रुपये दिया है। किरण की माने तो मंजू व सतीश ने मिलकर बहुत से लोगो को नौकरी लगाने के नाम पर करोंड़ो रुपये की ठगी की है।