बलौदाबाजार-भाटापारा

बलौदाबाजार : शराब के नशे में किया ऐसा इशारा, खुल गया गहरा राज ; चार साल बाद सलाखों के पीछे पहुंचा सनकी कातिल…

बलौदा बाजार। जिले में पुलिस ने एक सनकी कातिल को गिरफ्तार किया है। उसने दो महिलाओं को सिर्फ इसलिए मार डाला था, क्योंकि उन्होंने उसके साथ संबंध बनाने से इनकार कर दिया था। वो शायद ही पुलिस के हत्थे चढ़ पाता, लेकिन एक गलती के कारण उसने खुद ही अपनी पोल खोलकर रख दी। पुलिस के अनुसार, कोंडा ने 29 मई, 2020 को गांव की एक 36 साल की मानसिक रूप से बीमार महिला की कथित तौर पर हत्या कर दी थी।कातिल कौन था और क्यों उसने महिला को मार डाला, इसका पता नहीं लग पाया। इसके बाद मार्च 2024 को भी एक अन्य महिला का कत्ल हुआ। 

पुलिस मामले में तफ्तीश कर ही रही थी कि अचानक उन्हें कातिल का पता चला। कातिल ने शराब के नशे में चूर होकर खुद ही ये बात अपने एक दोस्त को बता दी थी। कातिल दिव्यांग है, उसे महिलाओं के साथ संबंध बनाने का शौक है। कातिल ने उन महिलाओं को भी सिर्फ इसलिए मार डाला क्योंकि उन्होंने इसकी बात नहीं मानी थी।

दोस्त ने जैसे ही उसकी ये बात सुनी उसके पैरों तले जमीन खिसक गई, वो सीधे थाने पहुंचा। उसने पुलिस को पूरी बात बता दी। अब दिव्यांग आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।आरोपी की पहचान 32 साल के तेजराम कोंडा के तौर पर हुई है। वह अपने माता-पिता और दो भाई-बहनों के साथ बलौदा बाजार जिले के एक गांव में रहता है।

मृतका का शव उसके घर से लगभग 100 मीटर दूर एक पेड़ के पास मिला था। आरोपी महिलाओं का यौन शोषण करता था. पुलिस ने बताया- महिला ने जब उसकी डिमांड को पूरा करने से मना कर दिया तो वो गुस्से में तिलमिला उठा। सनकी ने आव देखा न ताव, महिला के सिर पर डंडे से वार करके उसकी हत्या कर डाली। इसके बाद घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसे पेड़ से लटकाने की कोशिश की, लेकिन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया।

एक अन्य महिला का भी कत्ल : हालांकि, उसके बाद मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। चार साल बाद 13 मार्च 2024 को पुलिस को दोबारा उसी गांव की 56 वर्षीय महिला का शव उसके घर के पास बने तालाब में मिला।उसके भी सिर पर चोट के निशान थे। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। पुलिस के अनुसार, करीब एक महीने बाद, नशे में धुत कोंडा ने अपने एक दोस्त को सांकेतिक भाषा में बताया कि उसने 56 साल की महिला की हत्या की है, जिसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी मिली।

पुलिस सुपरिटेंडेंट किशोर वासनिक के मुताबिक : दोनों मामलों में समानताएं थीं। दोनों मामलों में, महिलाएं महीनों तक अकेली रहती थीं, क्योंकि उनके परिवार के सदस्य काम के सिलसिले में बाहर की यात्रा करते थे। साथ ही, दोनों महिलाएं गांव के दो कोनों में एकांत इलाकों में रहती थीं। हत्याओं के तरीके में समानताएं थीं, जैसे कि दोनों के सिर पर वार किया गया और उनके शवों को उनके घरों से घसीटकर बाहर निकाला गया।’ पुलिस अधिकारी ने बताया, कोंडा ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। जिसके बाद उसे छह सितंबर को अरेस्ट कर लिया गया। महिलाओं ने जब उसकी डिमांड को मना कर दिया तब उसने उन पर हमला किया था।

Ambika Sao

सह-संपादक : छत्तीसगढ़
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