प्रेम प्रसंग में प्रताड़ना से युवती ने की आत्महत्या, जूटमिल पुलिस ने 24 घंटे में आरोपी को भेजा जेल

रायगढ़, 22 फरवरी 2025। जूटमिल थाना क्षेत्र में एक युवती की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक प्रदीप कुमार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपी बिहार भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से वह भागने से पहले ही दबोच लिया गया।
घटना का पूरा विवरण : मामला 21 फरवरी की सुबह का है, जब जूटमिल थाना प्रभारी निरीक्षक मोहन भारद्वाज को कहरापारा क्षेत्र में एक 19 वर्षीय युवती द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना मिली। तत्काल उपनिरीक्षक गिरधारी साव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों और सहेलियों से पूछताछ में पता चला कि मृतका एक ब्यूटी पार्लर में कार्यरत थी और पिछले चार वर्षों से प्रदीप नामक युवक के साथ प्रेम संबंध में थी। लेकिन हाल के दिनों में उनके रिश्ते में तनाव बढ़ गया था।
आरोपी की प्रताड़ना बनी आत्महत्या की वजह : 20 फरवरी की रात युवती ने अपने घर में खाना खाकर सोने के बाद तड़के 4 बजे निर्माणाधीन मकान की गैलरी में फांसी लगा ली। जांच में खुलासा हुआ कि कुछ दिन पहले युवती और प्रदीप के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद आरोपी ने उसकी स्कूटी अपने पास रख ली थी।
घटना से पहले आरोपी ने गांधीगंज में युवती की मां और बहन के सामने उसे अपमानित किया और कहा, “मेरे साथ रहना है तो रह, नहीं तो मत रह,” और स्कूटी लौटाकर वहां से चला गया। इस अपमान से आहत होकर युवती मानसिक रूप से परेशान थी और अंततः उसने आत्मघाती कदम उठा लिया।
24 घंटे में आरोपी गिरफ्तार, भेजा गया जेल : मामले की गंभीरता को देखते हुए जूटमिल पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रदीप कुमार (उम्र 25 वर्ष), निवासी दरौंदा, जिला सिवान (बिहार), वर्तमान में फटहामुड़ा, प्रियदर्शी नगर, रायगढ़ को गिरफ्तार कर भारतीय दंड संहिता की धारा 108 के तहत अपराध क्रमांक 58/2025 दर्ज किया। उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस की सक्रियता से आरोपी गिरफ्त में : इस पूरे मामले की जांच और आरोपी की त्वरित गिरफ्तारी में उपनिरीक्षक गिरधारी साव, महिला प्रधान आरक्षक क्लोस्टिका खरे और आरक्षक तरुण महिलाने की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस प्रशासन ने दोहराया कि महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी और ऐसे मामलों में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।