रायगढ़

धरमजयगढ़ : स्वार्थ निति नहीं अपितु लोक निति से करे नगर पंचायत का विकास – पूर्व पार्षद डॉ अख्तरी खुर्शीद खान

धरमजयगढ़। नगर पंचायत की पूर्व पार्षद डॉ. अख्तरी खुर्शीद खान ने नगर के विकास के लिए स्वार्थ नीति छोड़कर लोक नीति अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने नगरवासियों की दैनिक समस्याओं, जैसे सफाई, पानी, बिजली, सड़क, नाली, आवारा पशु आदि का उल्लेख करते हुए कहा कि इनसे निपटने के लिए प्रतिनिधियों को जनता के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए।

डॉ. अख्तरी ने सुझाव दिया कि पार्षद स्थानीय वार्ड का ही हो, जिससे वह दिन-रात उपलब्ध रह सके। उन्होंने पार्षद के शिक्षित होने, कम से कम स्नातक स्तर की शिक्षा प्राप्त करने, और किसी भी राजनीतिक पार्टी से अधिक अपने वार्ड की चिंता करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि पार्षद का अपने वार्ड में एक कार्यालय होना चाहिए, जहां वह या कोई सक्षम व्यक्ति सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक उपलब्ध रहे। साथ ही, वार्ड के हर बूथ स्तर पर एक सक्षम व्यक्ति नियुक्त हो, जिससे मतदाता अपनी समस्याओं को साझा कर सकें।

डॉ. अख्तरी ने पार्षद निधि के उपयोग में पारदर्शिता और नागरिक निगरानी समितियों के गठन की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि विकास कार्यों की निगरानी और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।उन्होंने कहा कि धरमजयगढ़ की जनता अब ऐसे पार्षद चाहती है, जो किसी राजनीतिक पार्टी के प्रति नहीं, बल्कि अपने मतदाताओं के प्रति उत्तरदायी हों और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर रहें।

डॉ. अख्तरी खुर्शीद खान धरमजयगढ़ नगर पंचायत की सक्रिय सदस्य रही हैं और उन्होंने नगर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी इस पहल से नगरवासियों में जागरूकता बढ़ेगी और वे अपने प्रतिनिधियों से अधिक जिम्मेदारी और पारदर्शिता की अपेक्षा करेंगे।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)
Back to top button