रायगढ़

तस्करों की शामत ! रायगढ़ पुलिस का बड़ा एक्शन ; 98 मवेशी मुक्त, 7 गिरफ्तार, जंगल से शहर तक फैली थी तस्करी की साजिश…

रायगढ़, 24 अप्रैल 2025। “मवेशियों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा!” इस संदेश को हकीकत में बदलते हुए रायगढ़ पुलिस ने एक बार फिर मवेशी तस्करों के मंसूबों को नाकाम कर दिया है। पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के कुशल मार्गदर्शन में जिले के तीन अलग-अलग इलाकों में की गई कार्रवाई में कुल 98 मवेशियों को तस्करी से मुक्त कराया गया, जबकि 7 तस्करों को गिरफ्तार किया गया।

जोबी में ‘मवेशी माफिया’ पर पुलिस का शिकंजा – जंगल से 63 मवेशी मुक्त, 7 आरोपी गिरफ्तार : पुलिस चौकी जोबी प्रभारी सहायक उप निरीक्षक लक्ष्मी राठौर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जोबी जंगल क्षेत्र में दबिश दी। इस दौरान दिलहरण यादव (31) और छेडु साहू (60) को बिना किसी दस्तावेज, चारा-पानी के, मवेशियों को डंडों से पीटते हुए जंगल की ओर ले जाते हुए पकड़ा गया। इन दोनों के कब्जे से 22 मवेशी, अनुमानित मूल्य ₹1,10,000 जब्त किए गए।

इसके बाद ग्राम काफरमार के पीछे घेराबंदी कर छापा मारा गया, जहां रिकी काठे (38), तोरन टंडन (40), मनहरण टंडन (27), गणेश कुर्रे (50), और भुरू सतनामी मवेशियों को रस्सियों से बांधकर बेरहमी से हांकते हुए मिले। इनके कब्जे से 41 मवेशी, अनुमानित मूल्य ₹2,00,000 जब्त किए गए।

दोनों मामलों में थाना खरसिया (चौकी जोबी) में अपराध क्रमांक 230/2025 एवं 231/2025 के तहत छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धारा 6 एवं 10 के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

रैरूमाखुर्द में तस्करों की भागदौड़ : पुलिस आई, तस्कर भागे, 35 मवेशी मुक्त – रैरूमाखुर्द चौकी प्रभारी उप निरीक्षक मानकुंवर सिदार के नेतृत्व में माझापारा–चरखापार मार्ग के जंगल क्षेत्र में मवेशी तस्करी की सूचना पर कार्रवाई की गई। तस्कर अंधेरे का लाभ उठाकर जंगल की ओर भाग निकले, लेकिन पुलिस टीम ने मौके से 35 मवेशी, अनुमानित मूल्य ₹1,50,000 को मुक्त करा लिया।

इस संबंध में थाना धरमजयगढ़ (चौकी रैरूमाखुर्द) में अपराध क्रमांक 108/2025 के तहत छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम, 2004 की धारा 4, 6 एवं 10 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस की अपील – मवेशी तस्करी की सूचना तुरंत दें :रायगढ़ पुलिस ने आमजन से अपील की है कि यदि उन्हें मवेशी तस्करी या पशुओं के साथ क्रूरता की कोई जानकारी प्राप्त होती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। मवेशियों के प्रति अमानवीय व्यवहार और तस्करी किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)

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