जशपुर

जशपुर : पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर रचा इतिहास, झांकी को मिला पहला स्थान और उत्कृष्ट कार्यों के लिए अधिकारियों को सम्मान…

जशपुर। गणतंत्र दिवस के 76वें समारोह के अवसर पर जशपुर पुलिस ने अपनी प्रतिबद्धता और उत्कृष्ट कार्यों का प्रदर्शन कर जिले में एक नई मिसाल कायम की। जिला मुख्यालय स्थित रणजीता स्टेडियम में आयोजित समारोह में श्रम मंत्री माननीय श्री लखन लाल देवांगन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

यातायात जागरूकता झांकी को मिला पहला स्थान : जशपुर पुलिस ने पहली बार “यातायात जागरूकता झांकी” का प्रदर्शन किया, जिसमें यमराज के प्रतीकात्मक किरदार के माध्यम से नागरिकों को यातायात नियमों के पालन का महत्व बताया गया। झांकी में संदेश दिया गया कि “सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा है” और “नशे में वाहन चलाना मौत को निमंत्रण देना है।”
इस झांकी को जिले में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। मुख्य अतिथि ने जशपुर पुलिस को शील्ड देकर सम्मानित किया।

विशिष्ट अभियानों के लिए सम्मानित हुए अधिकारी : जशपुर पुलिस द्वारा “ऑपरेशन शंखनाद” और “ऑपरेशन मुस्कान” के सफल क्रियान्वयन ने प्रदेश में नई पहचान बनाई। इस अवसर पर:

  • अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनिल कुमार सोनी को इन अभियानों की सफलता के लिए सम्मानित किया गया।
  • सायबर अपराधियों की धर-पकड़ में अद्वितीय भूमिका निभाने के लिए उप पुलिस अधीक्षक श्री भावेश समरथ को प्रशंसा पत्र दिया गया।
  • अपराध नियंत्रण और जब्त सामग्री के सफल निराकरण के लिए एसडीओपी पत्थलगांव श्री ध्रुवेश कुमार जायसवाल और एसडीओपी जशपुर श्री चंद्रशेखर परमा को सम्मानित किया गया।

कुल 21 अधिकारियों और कर्मचारियों को मिला प्रशस्ति पत्र :  जशपुर पुलिस के 21 अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसमें मवेशी तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई, गुमशुदा बच्चों की दस्तयाबी, सायबर अपराधों की रोकथाम, और पारिवारिक विवादों के निपटारे जैसे कार्यों के लिए योगदान को सराहा गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का वक्तव्य : जशपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने कहा, “मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किए जाने से जशपुर पुलिस की मेहनत को मान्यता मिली है। हमारा प्रयास रहेगा कि अपराध नियंत्रण, मादक पदार्थों और गौ-तस्करी की रोकथाम के साथ कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए।”

नागरिकों के लिए संदेश : यातायात पुलिस द्वारा दी गई झांकी और संदेश ने नागरिकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया। यमराज के प्रतीकात्मक संदेश ने यह स्पष्ट किया कि यातायात नियमों का पालन करना जीवन बचाने के लिए अनिवार्य है।

जशपुर पुलिस की इस उत्कृष्ट उपलब्धि ने न केवल जिले में उनकी भूमिका को सशक्त किया, बल्कि यह साबित किया कि एक संगठित और प्रतिबद्ध पुलिस बल समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)
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