छत्तीसगढ़ में “शहीद दिवस” पर 30 जनवरी को दो मिनट का मौन, व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश ; देखें परिपत्र…
रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन ने “शहीद दिवस” के अवसर पर प्रदेशभर में 30 जनवरी को स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखने का निर्णय लिया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इस दिन सुबह 11:00 बजे से 11:02 बजे तक पूरे प्रदेश में सभी सरकारी कार्यालयों, शिक्षण संस्थानों, सार्वजनिक उपक्रमों और प्रमुख स्थानों पर मौन रखा जाएगा।
सायरन और जागरूकता अभियानों की व्यवस्था :
आदेश के अनुसार, मौन की शुरुआत और समाप्ति का संकेत सायरन या आर्मी गन के माध्यम से दिया जाएगा। जहाँ सायरन उपलब्ध नहीं है, वहाँ प्रशासनिक अधिकारियों को समयानुसार मौन धारण सुनिश्चित करने के लिए अन्य उपयुक्त उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा, इस दिवस को पूरे सम्मान और गंभीरता से मनाने के लिए आम जनता को भी जागरूक किया जाएगा। जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे शहीद दिवस के महत्व को उजागर करने के लिए विशेष अभियान चलाएँ।शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक कार्यक्रमों की भूमिका : राज्य सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वीरता और राष्ट्रीय एकता पर केंद्रित हाइब्रिड/ऑनलाइन मोड में वार्ता, भाषण और कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता के प्रति जागरूक करना है।
शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक कार्यक्रमों की भूमिका : राज्य सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वीरता और राष्ट्रीय एकता पर केंद्रित हाइब्रिड/ऑनलाइन मोड में वार्ता, भाषण और कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता के प्रति जागरूक करना है।
जनता की भागीदारी सुनिश्चित होगी : शासन ने सभी जिला कलेक्टरों और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस आयोजन को पूरे सम्मान और जनता की भागीदारी के साथ मनाया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इस अवसर पर शहीदों की स्मृति का उचित आदर हो।
सरकार का संदेश : छत्तीसगढ़ शासन ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे 30 जनवरी को सुबह 11:00 बजे दो मिनट का मौन रखकर शहीदों के सर्वोच्च बलिदान को नमन करें। साथ ही, इस दिन को राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में मनाएँ।
“शहीद दिवस” का उद्देश्य : शहीद दिवस न केवल उन बहादुरों को याद करने का दिन है जिन्होंने देश की आजादी के लिए प्राणों की आहुति दी, बल्कि यह देशवासियों को उनके योगदान और बलिदान का एहसास कराने का भी अवसर है। सरकार ने सभी से इस आयोजन को गंभीरता और सम्मान के साथ मनाने की अपील की है।