छत्तीसगढ़ में आईटीबीपी कैंप में खूनी बवाल : आरक्षी ने ASI को गोलियों से भूना,मौके पर ही ASI की मौत…

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के एक आरक्षी ने अपने वरिष्ठ अधिकारी की 20 गोलियां दागकर सरेआम हत्या कर दी! यह घटना रायपुर जिले के खरोरा थाना क्षेत्र में स्थित आईटीबीपी की 38वीं बटालियन के मुख्यालय में सोमवार सुबह 9 बजे हुई।
जानकारी के मुताबिक, आरक्षी सरोज कुमार यादव (32) परेड ड्यूटी पर तैनात था, जब उसकी वर्दी को लेकर सहायक उपनिरीक्षक (ASI) देवेंद्र सिंह दहिया (59) से कहासुनी हो गई। बताया जा रहा है कि एएसआई दहिया ने आरक्षी सरोज को ठीक से कपड़े न पहनने पर फटकार लगाई, जिससे वह बुरी तरह भड़क गया। पहले दोनों के बीच तीखी बहस हुई, लेकिन बात इतनी बढ़ गई कि सरोज ने अपना सरकारी हथियार, इंसास राइफल, उठाया और दहिया पर ताबड़तोड़ 20 गोलियां बरसा दीं!
मौके पर ही मौत, आरोपी गिरफ्तार : गोलियों की आवाज से कैंप में हड़कंप मच गया। जब तक अन्य जवान कुछ समझ पाते, तब तक एएसआई दहिया लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। खून से सनी उनकी लाश ने पूरी बटालियन को स्तब्ध कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को तुरंत हिरासत में ले लिया और हथियार जब्त कर लिया।
हत्या का आरोपी सरोज कुमार यादव बिहार के बक्सर जिले का रहने वाला है, जबकि मृतक देवेंद्र सिंह दहिया हरियाणा से थे। बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले भी दोनों के बीच इसी मुद्दे को लेकर विवाद हुआ था। कैंप के सूत्रों का कहना है कि सरोज कुमार पहले से ही गुस्से में था और आज उसने अपना सारा गुस्सा गोलियों के जरिए निकाल दिया!
ITBP कैंप में सुरक्षा पर सवाल : इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद सुरक्षा एजेंसियां सकते में हैं। सवाल उठ रहा है कि जवानों के बीच इस कदर तनाव क्यों बढ़ रहा है कि वे अपने ही साथियों की जान लेने पर उतारू हो जाते हैं? क्या सुरक्षा बलों में मानसिक दबाव और गुस्से को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त उपाय किए जा रहे हैं?
पुलिस कर रही जांच, पूरे कैंप में तनाव : पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। इस वारदात के बाद पूरे कैंप में भारी तनाव का माहौल है। जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अनुशासन बनाए रखें और अपने गुस्से को काबू में रखें। छत्तीसगढ़ में आईटीबीपी के इस खूनी कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आखिर क्यों एक जवान अपने ही वरिष्ठ अधिकारी का दुश्मन बन गया? क्या इस तरह की घटनाएं भविष्य में भी दोहराई जा सकती हैं? ये सवाल अब हर किसी के मन में उठ रहे हैं!