रायगढ़

घरघोड़ा भ्रष्टाचार : बैहामुड़ा ग्रा.प. के आबादी भूमि पर भाजपा पार्षद पर जमीन कब्जा करने का आरोप कर दी दीवाल खड़ी, शिकायत दर्ज…

◆ सूत्रों की माने तो राजनीतिक दबाव में अधिकारी कार्यवाही करने से हट रहे पीछे…

रायगढ़। जिले में सबसे अधिक सुर्खियों में रहने वाला घरघोड़ा तहसील है। यहां अधिकारी व जनप्रतिनिधियों के कारगुजारियों के चलते भ्रष्टाचार से लेकर शासन की बेशकीमती जमीन कब्जाने का आरोप था पुष्टि भी हुई है। ऐसे में ग्राम पंचायत बैहामुड़ा के जागरूक ग्रामीणों द्वारा भ्रष्टाचार पर शिकायत दर्ज कराए साथ ही जमीन कब्जे पर शिकायत दर्ज करवाया, जिसमे वार्ड नंबर 2 नगर पंचायत भाजपा पार्षद पर आबादी भूमि कब्जा कर दीवाल खड़े करने का आरोप सामने आया है।

दरअसल पंचायत के जागरूक ग्रामीणों द्वारा ग्राम पंचायत से 2021 से 2024 तक 43 लाख रुपए सरपंच सचिव द्वारा गलत तरीके से आहारण की शिकायत जिला पंचायत रायगढ़ घरघोड़ा एसडीएम व जिला कलेक्टर को की गई थी।

शिकायत पर जिला पंचायत द्वारा टीम गठित कर शिकायत के 14 बिंदुओं पर जांच की गई। जिसमें सरपंच सचिव को 413000 रिकवरी का आदेश दिया गया, लेकिन ना अब तक ना कोई रिकवरी हो पाई है ना ही कोई कार्यवाही हो पाया है। ऐसे में यह आदेश मानो केवल खानापूर्ति की तर्ज पर नजर आ रहा है।

इधर समय से शिकायत के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई ना होने से नाराज ग्रामीण, स्थानीय अधिकारियों को बिंदुवार ज्ञापन सौंप कर 31 जुलाई को घरघोड़ा बायपास चौक पर हड़ताल में बैठ गए। इसकी भनक लगते ही घरघोड़ा एसडीएम द्वारा मौके पर आकर 10 दिन में कार्यवाही का आश्वासन दे कर आंदोलन को स्थगित करवाया गया। चूंकि दस दिन का समय मियाद खत्म हो रहा है अब देखना यह होगा प्रशासनिक अधिकारी आंदोलन कारी ग्रामीणों को दिए आश्वसन पर कितना खरा उतरते है।

सत्ता का रसूख भाजपा पार्षद ने कर ली जमीन कब्जा : संतोष पटैल और ग्राम वासी ने कलेक्टर के नाम दिए आवेदन में बताया कि भाजपा पार्षद पर जमीन कब्जा रसूख के दम पर किया गया है। शिकायत पत्र के मुताबिक घरघोड़ा नगर पंचायत के वार्ड 2 की पार्षद आरती जयसवाल पर पंचायत के आबादी भूमि खसरा नंबर 529/11 है, जिस पर कब्जा कर दीवाल का निर्माण कर दिया गया है। शिकायत के बाद भी अभी तक जमीन की नाप जोख करना प्रशासनिक अधिकारी उचित नही समझे है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके द्वारा घरघोड़ा तहसीलदार पटवारी राजस्व अधिकारी सभी से शिकायत की गई लेकिन रसूख और पैसे के दबाव में कार्रवाई नही हुई है। इस तरह वे अब उच्च अधिकारियों के समक्ष आवेदन करेंगे।

वर्जन : इस प्रकरण में जनपद सीईओ और तहसीलदार जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही प्रतिवेदन उपरांत कार्रवाई होगी।रमेश मोर, घरघोड़ा एसडीएम

Ambika Sao

सह-संपादक : छत्तीसगढ़
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