“गौ-तस्करों पर फूटा बलरामपुर पुलिस का कहर : 48 घंटे में धड़ाधड़ तीन कार्रवाई!”…

बलरामपुर। गौ-तस्करी पर अब पुलिस का डंडा चल पड़ा है। शासन की मंशा के अनुरूप बलरामपुर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए दो दिनों में तीन अलग-अलग मामलों में दो पिकअप वाहन और कई गोवंशों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है।
बीती रात पुलिस को खुफिया सूचना मिली कि कुछ तस्कर गोवंश को वध हेतु झारखंड ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक बलरामपुर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में एसडीओपी रामानुजगंज के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। विजयनगर और रामचंद्रपुर पुलिस ने घेराबंदी कर तड़के एक संदिग्ध पिकअप वाहन (UP64 AT…) को रोका। वाहन की हालत देख पुलिस भी चौंक गई, गाय-बैलों को अमानवीय तरीके से ठूंस-ठूंस कर भरा गया था।
मौके से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे इन पशुओं को सूरजपुर क्षेत्र से झारखंड कटिंग के लिए ले जा रहे थे। पुलिस ने तत्काल पिकअप वाहन जब्त करते हुए 4 बैलों को मुक्त कराया।
गिरफ्तार आरोपी :
- शिवराज रवि (उम्र 20), पिता स्व. गोला राम रवि, निवासी ग्राम कानपुर, थाना रामानुजगंज
- छठन सिंह (उम्र 32), पिता राजेंद्र सिंह खरवार, ग्राम कानपुर, थाना रामानुजगंज
- माखन चरगत (उम्र 24), पिता सरगो राजनाथ, ग्राम कानपुर, थाना रामानुजगंज
तीनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। इनके विरुद्ध अपराध क्रमांक 51/25 धारा 3, 4, 10, 11 छत्तीसगढ़ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच जारी है।
कार्रवाई में शामिल अधिकारी : चौकी प्रभारी अश्विनी सिंह, थाना प्रभारी मनोज नवरंगे, एएसआई कुजूर, हेड कांस्टेबल दीपचंद, रंजीत, मायापती, महामाया शर्मा, अजेश पाल एवं जनार्दन तिवारी की सराहनीय भूमिका रही।
बलरामपुर पुलिस ने एक बार फिर दिखा दिया है कि गौ-तस्करों को बख्शा नहीं जाएगा।