रायगढ़

ओड़िशा से रायगढ़ तक महुआ का ज़हर ; जूटमिल पुलिस की दबंग कार्रवाई में शराब माफिया धराए!…

• 580 लीटर कच्ची शराब, एक कार, एक स्कूटी समेत गिरोह के 5 सदस्य गिरफ्तार – जिले में नशे के कारोबार पर पुलिस की सबसे बड़ी मार....

रायगढ़, 10 जून | जिले में नशे के कारोबार पर लगाम कसने के अभियान के तहत जूटमिल पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कानून के हाथ बेहद लंबे होते हैं। थाना प्रभारी प्रशांत राव के नेतृत्व में हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई में ओड़िशा से रायगढ़ महुआ शराब की खेप पहुंचाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया गया है। इस गिरोह के 5 सदस्य पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं और उनके पास से 580 लीटर कच्ची महुआ शराब, एक मारुति वैन और स्कूटी समेत डेढ़ लाख से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है।

सटीक सूचना, जबरदस्त घेराबंदी ; गिरोह धरा गया : 9 जून की शाम पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि औरदा निवासी खेमराम साव भारी मात्रा में शराब लेकर मारुति वैन (CG-11-BB-7598) से रायगढ़ की ओर आ रहा है, वहीं डुमरपाली निवासी शिव कुमार साहू उर्फ सोनू स्कूटी पर उसकी पायलटिंग कर रहा है। पुलिस ने तुरंत कुंजेडबरी प्रवेश द्वार के पास जाल बिछाया और दबिश दी।

शिव कुमार स्कूटी पर आगे-आगे चल रहा था, जिसे देखकर पुलिस को शक हुआ। पीछा करते हुए पुलिस ने वैन को रोका, तलाशी लेने पर 10 बोरियों में भरी हुई 580 लीटर कच्ची शराब बरामद हुई।

डिस्ट्रीब्यूटर भी दबोचे गए ; तस्करी का नेटवर्क ध्वस्त :गिरफ्तार तस्करों की पूछताछ में सामने आया कि ये शराब तरकेला निवासी प्रदीप सारथी, कोड़ातराई निवासी राजकुमार सारथी और कुंजेडबरी निवासी जनकराम यादव को सप्लाई करते थे। पुलिस ने इन तीनों को भी मौके पर दबोच लिया, जिससे रायगढ़ के शराब माफिया नेटवर्क का एक बड़ा सिरा टूट गया।

जब्ती का ब्यौरा :

  • 580 लीटर कच्ची महुआ शराब – क़ीमत ₹1,16,000
  • मारुति वैन – क़ीमत ₹80,000
  • स्कूटी (बिना नंबर प्लेट) – क़ीमत ₹60,000
  • कुल ज़ब्त संपत्ति – ₹1.5 लाख से अधिक

कानूनी कार्रवाई : जूटमिल थाना में आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), 59(क) के तहत अपराध क्रमांक 208/2025 दर्ज कर सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

इनकी रही अहम भूमिका :थाना प्रभारी प्रशांत राव, एएसआई राजेन्द्र पटेल, प्रधान आरक्षक वीरेंद्र भगत, खीरेन्द्र जलतारे, आरक्षक परमानंद पटेल, बंशी रात्रे, सुशील यादव, नरेश रजक, और साइबर सेल की टीम की मुस्तैदी से यह सफलता संभव हो पाई।


अब नहीं चलेगा महुआ का गोरखधंधा : जूटमिल पुलिस की इस दबिश ने साफ कर दिया है कि रायगढ़ में नशे का धंधा करने वालों के लिए कोई जगह नहीं बची है। पुलिस की पैनी निगरानी, तेज कार्रवाई और सख्त कानून व्यवस्था के बीच अब अवैध कारोबारियों की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)

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