आरोप- अफसरों के नाम पर दलाल 5%-15% कमीशन लेने में सक्रिय, एसडीएम बोले- कार्रवाई करेंगे…
धरमजयगढ़। भारतमाला सड़क परियोजना का काम तेज गति से चल रहा है। यह सड़क रायपुर से धनबाद तक बन रही हाइवे को जोड़ेगी। सड़क का एक हिस्से धरमजयगढ़ ब्लाक से होकर गुजरेगा। सड़क के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है। प्रभावित किसानों को मुआवजा बांटा जा रहा है। बायसी कॉलोनी, धरमजयगढ़, धरमजयगढ़ कॉलोनी, खड़गांव, कोयलार, तेजपुर, रैरूमा, सिसरिंगा, बाकारूमा, बगुडेरा सहित 11 गांव की जमीन भारतमाला परियोजना के तहत अधिग्रहित की है।
मुआवजा वितरण में अफसरों के नाम पर दलाल सक्रिय हैं। एसडीएम से चेक दिलाने के नाम पर बाकायदा उगाही की जा रही है। पैसे देने वालों को चेक जल्दी मिल रहा है, हालांकि एसडीएम कहते हैं कि मुआवजे के चेक वितरण में किसी तरह का लेन-देन नहीं हो रहा है। दलालों की शिकायत हम तक पहुंची तो कार्रवाई करेंगे।
सड़क के लिए जमीन देने वाले किसानों को मुआवजे के चेक के लिए भटकना पड़ता है। अधिकांश मामलों में मुआवजे का वितरण हो चुका है। भूमि विस्थापितों की शिकायत है कि बिना दलाल से बात किए चेक लेना मुश्किल है। कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने चेक लेने के बदले रुपए दिए हैं। वे शिकायत तो कर रहे हैं, लेकिन सामने आने से डर रहे हैं। एक ग्रामीण ने बताया कि कमीशन की राशि के नाम पर चेक लिया जाता है। 50 लाख का चेक हो तो 25 हजार रुपए का चेक लिया जाता है। मुआवजे की राशि विस्थापित के खाते में जाने के बाद नकद लेकर यह चेक लौटा दिया जाता है। एक लाख 60 हजार रुपए मुआवजे के चेक का वीडियो वायरल धरमजयगढ़ इलाके में कुछ ग्रुप में एक वीडियो वायरल हो रहा है।
नाम ना छापने की शर्त पर ग्रामीण ने बताया कि धरमजयगढ़ इलाके में सरकारी प्रयोजन में अधिग्रहण का चेक लेने पैसे देने ही पड़ते हैं। वीडियो में मुआवजा दिलाने के लिए दलाल एक लाख 60 हजार रुपए का चेक भरवा रहा है। किसान किसी खिरोद नाम के दलाल का नाम ले रहा है। RM24 इस वीडियो की पुष्टि नहीं कर रहा है लेकिन इलाके के किसान इसे कुछ महीनों पुराना वीडियो बता रहे हैं।
शिकायत आई तो कार्रवाई करेंगे भारत माला परियोजना के लैंडलूजर में अधिकांश को मुआवजा दिया जा चुका है। कुछ विवादित प्रकरण ही शेष हैं, चेक वितरण मे किसी प्रकार का लेन देन हो रहा है तो ऐसा करने वालों पर कार्रवाई करेंगे। इस मामले में मुझसे किसी ने शिकायत नहीं की है। डिगेश पटेल, एसडीएम