अब पत्थलगांव बनेगा मॉडल शहर ! मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मुहर, विधायक गोमती साय की जीत ; नगर पंचायत को मिला ‘नगर पालिका’ का दर्जा…

पत्थलगांव। वर्षों की उपेक्षा, मांग, और एक जनप्रतिनिधि की अदम्य जिद , आखिरकार पत्थलगांव को उसका हक मिल गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पत्थलगांव को नगर पालिका का दर्जा देकर न सिर्फ ऐतिहासिक फैसला लिया, बल्कि क्षेत्रवासियों की दशकों पुरानी उम्मीदों को भी नया आसमान दे दिया है। इस उपलब्धि के पीछे हैं पत्थलगांव विधायक गोमती साय, जिनकी मजबूत आवाज, अथक प्रयास और जनभावनाओं की गूंज ने सरकार को मजबूर किया कि पत्थलगांव को अब आगे बढ़ना ही होगा।
राज्य सरकार ने जारी की अधिसूचना, पत्थलगांव अब बना ‘नगर पालिका’ : छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने राज्यपत्र में अधिसूचना जारी कर दी है—जिसके बाद पत्थलगांव नगर पंचायत को अब औपचारिक रूप से ‘नगर पालिका परिषद’ का दर्जा प्राप्त हो गया है। इसका सीधा मतलब है अधिक बजट, बेहतर योजनाएं, और पहले से कहीं अधिक तेजी से होंगे विकास कार्य।
विधायक गोमती साय ने जनता की आवाज को बनाया सरकार की प्राथमिकता : किलकिलेश्वर धाम में मुख्यमंत्री के आगमन पर जब विधायक गोमती साय ने पत्थलगांव को नगर पालिका बनाए जाने की मांग उठाई, तो यह महज एक औपचारिक अनुरोध नहीं था—बल्कि वो आवाज थी उन हज़ारों लोगों की, जो सालों से विकास से वंचित थे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उसी क्षण मंच से घोषणा कर दी और आज वो वादा हकीकत बन गया।
“पत्थलगांव को उसका हक दिलाया” विधायक गोमती साय
“यह सिर्फ एक दर्जा नहीं, पत्थलगांव के सुनहरे भविष्य की आधारशिला है। वर्षों से विकास की राह ताक रहे इस क्षेत्र को अब नई रफ्तार मिलेगी, और मैं मुख्यमंत्री महोदय का क्षेत्र की जनता की ओर से आभार व्यक्त करती हूँ।”
अब क्या बदलेगा?
- पत्थलगांव को मिलेगा ज्यादा फंड और योजनाओं में प्राथमिकता
- नगरीय ढांचा होगा और मजबूत
- सफाई, सड़क, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं में आएगा सुधार
- आस-पास के गांवों को मिलेगा बेहतर शहरी संपर्क
एक ऐतिहासिक क्षण, एक निर्णायक मोड़ : पत्थलगांव के इस गौरवशाली बदलाव को सिर्फ एक प्रशासनिक फैसला न समझिए , यह एक क्रांति है, जो आने वाले समय में पत्थलगांव को छत्तीसगढ़ के उभरते शहरी मॉडल में बदल सकती है।