रायगढ़

अंधे कत्ल का सनसनीखेज पर्दाफाश : साड़ी से गला घोंटकर की गई थी हत्या, छाल पुलिस की चुस्त कार्रवाई से दोनों हत्यारे गिरफ्तार…

रायगढ़, 20 जून 2025। रायगढ़ जिले के छाल थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बांधापाली में 10 जून को हुई महिला रमिला कंवर की अंधे कत्ल की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। सादी वर्दी में जुटी छाल पुलिस की सतर्कता, रणनीति और जमीनी सूचना तंत्र की बदौलत इस दिल दहला देने वाली वारदात का खुलासा हुआ। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें से एक को रायपुर और दूसरे को बांधापाली से दबोचा गया।

मौत की रात: दोस्त बनकर पहुंचे थे दरिंदे – 30 वर्षीय रमिला कंवर की लाश 10 जून को उसके घर के कमरे में संदिग्ध हालात में पाई गई थी। महिला की साड़ी का एक सिरा उसके गले में कसकर बंधा था। परिवार वालों को हत्या की आशंका हुई और पुलिस को सूचना दी गई। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि महिला की मौत दम घुटने से हुई थी — यानी यह सीधी-सीधी गला घोंटकर हत्या का मामला था।

प्रकरण में थाना छाल द्वारा अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अप.क्र. 133/2025 धारा 103(1) BNS के तहत अपराध दर्ज कर तफ्तीश शुरू की गई।

कातिल ड्राइवर की चालबाजी फेल, रायपुर से हुआ गिरफ्तार : जांच में सामने आया कि रमिला का गांव के ही ड्राइवर अनिमिष वैष्णव उर्फ सूरज उर्फ बिट्दु से संपर्क था। घटना के बाद से वह फरार हो गया। छाल टीआई मोहन भारद्वाज की अगुवाई में गठित पुलिस टीमों ने उसकी धरपकड़ के लिए अभियान चलाया। आरोपी ने मोबाइल बंद रखा और घर वालों से भी संपर्क नहीं किया। ऐसे में पुलिस ने स्थानीय ड्राइवरों को ‘मुखबिर’ बनाकर सूचना तंत्र सक्रिय किया।

रणनीति रंग लाई — पुलिस को एक संदिग्ध मोबाइल नंबर की लोकेशन रायपुर में मिली। टीम ने फौरन दबिश दी और आरोपी को रायपुर में धर दबोचा। पूछताछ में उसने गांव के ही बुधराम सिदार के साथ मिलकर रमिला की हत्या करना कबूल किया।

दरिंदगी की खौफनाक कहानी: पहले डराया, फिर गला दबाया, फिर साड़ी से मार डाला – 10 जून की रात को आरोपी अनिमिष और बुधराम ने रमिला के घर पर धावा बोला। रमिला उनकी मंशा भांपकर डर गई और शोर मचाने लगी। इससे बौखलाकर पहले उसका मुंह दबाया गया, फिर उसकी ही साड़ी से गला कसकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। दोनों ने उसे मरता छोड़ फरार हो गए।

सबूतों ने उगला सच: झूठ गढ़ने की हर कोशिश नाकाम – पुलिस ने जब बुधराम को पकड़ा तो उसने शुरुआत में गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन तकनीकी निगरानी और घटनास्थल से जुटाए भौतिक साक्ष्यों के आगे उसका झूठ नहीं टिक सका। हत्या में इस्तेमाल हसिया का हत्था सहित अन्य सबूत भी बरामद किए गए।

मामले में बीएनएस की धारा 3(5) BNS जोड़ी गई है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

गिरफ्तार आरोपी :

  • अनिमिष वैष्णव उर्फ सूरज उर्फ बिट्दु पिता – श्री विजय दास वैष्णव उम्र – 26 वर्ष निवासी – बांधापाली, थाना छाल, जिला रायगढ़
  • बुधवा राम सिदारपिता – स्व. अर्जुन सिंह सिदार उम्र – 55 वर्ष निवासी – बांधापाली, थाना छाल, जिला रायगढ़

जांच में पुलिस टीम की अहम भूमिका : इस जघन्य हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में निरीक्षक मोहन भारद्वाज, उप निरीक्षक मदन पाटले, प्रधान आरक्षक शंकर सिंह क्षत्री, शंभू पांडे, गोविंद बनर्जी, हरेंद्र पाल जगत, भगवती लक्ष्मे और महेंद्र पांडे की काबिले तारीफ भूमिका रही।

यह मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा, भरोसे और निजता को लेकर एक बड़ा सवाल है। छाल पुलिस की मुस्तैदी सराहनीय है, लेकिन यह घटना बताती है कि ‘अपनों’ की आड़ में छिपे हैवानों को पहचानना आज भी चुनौती है।

Ambika Sao

( सह-संपादक : छत्तीसगढ़)

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