अम्बिकापुर

हत्या या आत्महत्या : उदयपुर में युवती की संदिग्ध मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, जांच में जुटी पुलिस…

अंबिकापुर। जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत सानी बर्रा गांव में एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। मृतका के परिजनों ने उसकी मौत को आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या करार दिया है और पुलिस से मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

घटना का विवरण :  यह घटना बुधवार रात की है, जब सानी बर्रा गांव निवासी जानकी (उम्र लगभग 25 वर्ष) ने अपने घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मृतका के पति सोमर साय और सास पन्नेश्वरी के मुताबिक, वे दोनों रात 9 बजे बच्चों को सुलाकर लोहड़ी देखने के लिए घर से बाहर गए थे। जब वे वापस लौटे, तो देखा कि जानकी अपने कमरे में फांसी पर लटकी हुई थी। हालांकि, यह सामान्य आत्महत्या की स्थिति नहीं थी। परिजनों ने देखा कि मृतका के नाक और कान से खून बह रहा था। यह देख सभी हैरान रह गए, क्योंकि फांसी लगाने के बाद आमतौर पर खून बहने की संभावना नहीं होती।

मायके पक्ष का आरोप : मृतका के मामा ने इस घटना को लेकर पुलिस की निष्कलंक जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि “यदि यह आत्महत्या होती, तो खून कैसे बह सकता था? हमे संदेह है कि किसी ने जानकी की हत्या कर दी और बाद में उसे फांसी पर लटका दिया।” उन्होंने आरोप लगाया कि मृतका के साथ पिछले कुछ समय से घरेलू विवाद हो रहे थे, जिसके चलते उसे मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा था। परिजनों का यह भी कहना है कि जब उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया, तो उन्हें थाने से लौटा दिया गया। उनका आरोप है कि पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की और मामले को हल्के में लिया।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच : पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया और उसकी रिपोर्ट का इंतजार किया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह साफ हो सकेगा कि मृतका की मौत कैसे हुई, और उसके नाक और कान से खून बहने का कारण क्या था।

पुलिस की प्रतिक्रिया : उदयपुर पुलिस ने कहा कि यह मामला गंभीर है और इसे पूरी तरह से जांचा जाएगा। पुलिस ने यह भी कहा कि अगर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य सबूत इस बात का संकेत देते हैं कि हत्या की गई थी, तो संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जाएगी।

मायके पक्ष के लोग यह दावा कर रहे हैं कि मृतका को मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि, उन्होंने किसी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की है, और पुलिस से निष्पक्ष जांच की अपील की है। वे यह भी कह रहे हैं कि उनके परिवार में कोई ऐसा कारण नहीं था, जिससे मृतका आत्महत्या करती।

समाज में बढ़ती चिंता : यह मामला घरेलू हिंसा और महिला सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर करता है। समाज में महिला उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, और ऐसे मामलों में न्याय का होना बेहद महत्वपूर्ण है। इस घटना ने स्थानीय समुदाय को चिंतित कर दिया है, और अब हर कोई पुलिस से निष्पक्ष जांच की उम्मीद कर रहा है।

फिलहाल, मृतका के परिवार वाले न्याय की उम्मीद लिए हुए हैं और चाहते हैं कि इस मामले में कोई भी दोषी न बचे।

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