बलौदाबाजार-भाटापारा

बलौदा बाजार : श्री सीमेंट प्लांट से जहरीली गैस का रिसाव, स्कूल की 38 छात्राएं बीमार, प्रशासन ने प्लांट किया सील…

बलौदा बाजार। जिले में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। खपराडीह गांव स्थित श्री सीमेंट प्लांट से जहरीली गैस का रिसाव होने के कारण पास के सरकारी हाई स्कूल की 38 छात्राएं गंभीर रूप से बीमार हो गईं। गैस के कारण छात्राओं को सांस लेने में दिक्कत होने लगी, और कई छात्राएं बेहोश हो गईं। घटना के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बीमार छात्राओं को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुहेला भेजा, जबकि गंभीर हालत में कुछ छात्राओं को जिला अस्पताल बलौदा बाजार, भाटापारा और सिमगा रेफर किया गया।

घटना पर प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया : ‎घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर दीपक सोनी, स्वास्थ्य विभाग और प्रदूषण विभाग की टीम मौके पर पहुंची। प्राथमिक जांच में सामने आया कि प्लांट के AFR फीडिंग सिस्टम और श्रेडर सिस्टम से जहरीली गैस का रिसाव हुआ था। इस पर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्लांट के इन हिस्सों को सील कर दिया।

कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा, “घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी और प्रभावित बच्चों के इलाज का पूरा खर्च प्रशासन उठाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”

छात्राओं की स्थिति स्थिर : ‎मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश अवस्थी ने बताया कि गैस के प्रभाव से बच्चों को ऑक्सीजन की कमी और सांस लेने में तकलीफ हुई थी। फिलहाल सभी छात्राओं का इलाज जारी है, और उनकी स्थिति स्थिर है। डॉक्टरों ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है।

जांच और सुरक्षा उपायों पर जोर : ‎प्रदूषण विभाग की टीम यह पता लगाने में जुटी है कि प्लांट से जहरीली गैस का रिसाव कैसे और क्यों हुआ। पर्यावरणीय सुरक्षा मानकों के उल्लंघन की आशंका को लेकर भी जांच की जा रही है। जिला प्रशासन ने औद्योगिक क्षेत्रों के पास स्कूलों और रिहायशी इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने और कड़े मानक लागू करने की घोषणा की है।

प्लांट सील, दोषियों पर कार्रवाई तय : ‎घटना के तूल पकड़ने के बाद पर्यावरण संरक्षण विभाग और प्रशासन ने श्री सीमेंट प्लांट के जिम्मेदार हिस्सों को सील कर दिया है। प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

सामाजिक और पर्यावरणीय चेतावनी : ‎यह घटना औद्योगिक गतिविधियों के कारण उत्पन्न खतरे और पर्यावरणीय सुरक्षा के प्रति लापरवाही की बड़ी चेतावनी है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि औद्योगिक विकास के साथ-साथ आम जनता की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण पर भी पूरा ध्यान दिया जाए।

प्रभावित छात्राओं का इलाज जारी है और प्रशासनिक कार्रवाई तेज कर दी गई है। अब यह देखना होगा कि जांच के बाद दोषियों पर किस हद तक कार्रवाई की जाती है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।

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