फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद/राजहरा। बालोद जिला प्रशासन की मूकदर्शिता और लापरवाही की वजह से पूरे जिले में अंधेर नगरी और चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। अवैध शराब, जुआं, सट्टा सहित मुरूम और लकड़ी तस्करी खुलेआम की जा रही है। आपको बता दें कि जब्त की गई लकड़ी सहित दोनो ट्रैक्टर ट्रालियों को भी लकड़ी तस्करों द्वारा दबंगई के साथ रातों रात चोरी कर गायब कर दिया जा रहा है। जिससे यह साबित हो रहा है कि बालोद जिले में अवैध कार्यों में लिप्त अपराधियों के हौंसले बुलंदी पर है।
मामला रविवार 01 दिसंबर 2024 का है जहां देर शाम चिखलाकसा से ग्राम खम्हारटोला जाने वाले मार्ग पर स्थित साबुन फैक्ट्री के पास एक खेत में कहुआ (अर्जुन) के बड़े बड़े पेड़ो को काटकर दो ट्रालियों में भर कर रात के अंधेरे में पार करने के मकसद से लिए खड़ा कर छोड़ दिया गया था। जिसकी जानकारी स्थानीय लोगों व पत्रकार द्वारा डौंडी एसडीएम आरके सोनकर को दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने तत्काल राजस्व निरीक्षक और पटवारी को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया था।
वहीं खम्हारटोला क्षेत्र के पटवारी के द्वारा मौके पर जाकर देखा और नगर पंचायत चिखलाकसा अध्यक्ष भिखी मसिया से आग्रह कर उनके ट्रैक्टर के माध्यम से दोनों ट्रैक्टर ट्रालियों को रात 8 बजे लाकर प्राथमिक शाला चिखलाकसा के सामने चौंक में खड़ा करवाया गया था। आपको बता दें कि रविवार छुट्टी का दिन होने और रात होने के कारण दोनों ट्रैक्टर ट्रालियों को किसी कार्यालय के भीतर नहीं रखा जा सका। जिसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से प्राथमिक शाला चिखलाकसा के सामने चौंक में सीसीटीवी के सामने खड़ा कर पंचनामा तैयार कर बाकी की कार्यवाही सुबह करने की बात पटवारी द्वारा कही गई।
जिसके बाद रात में जब्त किए गए उक्त दोनो ट्रैक्टर ट्रालियों को लकड़ी तस्कर दबंगई के साथ प्रशासन की आंखों में धूल झोंक चोरी कर ले गए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस क्षेत्र में अवैध कारोबारियों के हौंसले कितने बुलंद है। जिन्हें न तो कानून का डर है और न ही अधिकारियों की कार्यवाही का डर। वहीं गुप्त सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि इसी क्षेत्र के एक आरा मिल संचालक के पुत्र की शह पर रात को दोनों जब्त ट्रालियों को चोरी करने की घटना को अंजाम दिया गया।
बता दें कि उक्त अवैध पेड़ कटाई कर रातों रात ट्रैक्टर ट्रालियों से परिवहन कर आरा मिल में लेकर जाने हेतु खड़ी की गई ट्राली पर पटेल कृषि केंद्र फार्म चिल्हाटीकला लिखा हुआ था। ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा था कि उक्त अवैध कटाई और परिवहन कार्य ग्राम चिपरा निवासी किसी तामेश सिन्हा के द्वारा करवाया जा रहा था। ट्रालियों के जब्ती होने की जानकारी के बाद उक्त व्यक्ति रात को वहीं घूमते हुए भी देखा गया है। आपको बता दें कि शातिर लकड़ी तस्कर जो ग्रामीणों को बताता है कि वो राजस्व और वन अमले को अपनी जेब में लेकर चलता है। उस पर कोई कार्यवाही हो ही नहीं सकती।
दोनों ट्रैक्टर ट्रालियों को सीसीटीवी कैमरे के सामने रखा गया था। वहीं अगर सीसीटीवी चालू होगा तो उसमें लकड़ी चोरों की फुटेज मिल जाएगी। जिसके आधार पर लकड़ी तस्करों की पूरी पोल खोली जा सकती है। अब देखना होगा कि इस प्रकार से जब्त की गई ट्रैक्टर ट्रालियों और लकड़ी को चोरी कर ले जाने वालों पर प्रशासन क्या कार्यवाही करता है या फिर इस प्रकार का कार्य करने वाले अवैध कारोबारियों के हौसलों को बढ़ाने के लिए जब्त लकड़ी से लदी ट्रैक्टर ट्रालियों के चोरी के सनसनीखेज और दबंगई के मामले को रफादफा कर देता है।