जशपुर

बिग ब्रेकिंग् जशपुर : वन मंडलाधिकारी जितेंद्र उपाध्याय पर आदिवासी महिला रेंजर से शारिरिक संबध के लिए दबाब बनाने के आरोप; शिकायत पत्र सोशल मीडिया में वायरल…

◆ महिला रेंजर ने सीएम समेत कई मंत्री, केंद्रीय मंत्रीयों व DIG छत्तीसगढ़ को भेजी शिकायत…

जशपुर। जिले से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है जहां जशपुर डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय पर महिला रेंजर ने संगीन आरोप लगाये हैं। शिकायतकर्ता ने अपने आवेदन के पत्र के माध्यम से बताया कि “जशपुर वनमंडलाधिकारी जितेंद्र उपाध्याय वर्ष 2022 में शासकीय कार्यभार के दौरान उन्हें कुनकुरी के विश्राम गृह लेकर गए थे। विश्राम ग्रह में बोले कि तुम मुझे अच्छी लगती हो इस दौरान शारिरिक शोषण करने का प्रयास किया गया। मेरे के मना करने पर श्री उपाध्याय मेरे  विरुद्ध विधायक यूडी मिंज से झूठा शिकायत किया गया। इस बात की जानकारी जब मुझे जानकारी मिली तो मैं तत्कालीन विधायक श्री यूडी मिंज से मिली और वस्तुस्थिति से उनको अवगत करायी। इसके बाद भी वन मंडलाधिकारी जशपुर श्री उपाध्याय द्वारा मुझे परेशान करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ जिला जशपुर के पदाधिकारियों से दिनांक 21.03. 2023 को मेरे खिलाफ झूठा शिकायत करवाया गया।”

आगे उन्होंने बताया कि “वन कर्मचारियों के विरुद्ध तानाशाह रवैया अपनाने एवं कर्मचारियों को परेशान करने का मुझ पर आरोप लगाते हुए अन्यंत्र स्थान पर स्थान्तरण करने का मांग किया गया। मैं इससे व्यथित होकर स्वतः आवेदन प्रस्तुत कर अपना स्थान्तरण मनोरा करा ली। जिसके बाद भी मुझे श्री उपाध्याय शासकीय भ्रमण के नाम पर अपने साथ अपनी निजी वाहन इनोवा में बैठाकर लोदाम क्षेत्र की ओर ले गए और मेरे साथ गलत हरकत करने लगे मैं बीच बचाव की जिसके कारण हाथापाई भी हुई है। मुझे इसकी किसी से शिकायत करने पर सस्पेंड करने की धमकी दी जाती थी मेरे खिलाफ श्री उपाध्याय ने मुख्य वन संरक्षक, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख नवा रायपुर से झूठा शिकायत किया गया।”

प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख को शिकायत : पीड़िता महिला रेंजर ने इसकी लिखित शिकायत प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल रायपुर से की है जिसमे उन्होंने अपने साथ हुए घटनाक्रम का ज़िक्र भी किया है।

मामले को लेकर जब हमने जशपुर DFO जितेंद्र उपाध्याय से फ़ोन पर संपर्क करना चाहा तो उनका फ़ोन काटना अपने आप मे कई सवाल खड़े करता है।

अब देखना होगा की शिकायत पर आदिवासी महिला रेंजर के साथ न्याय हो पाता है की नहीं , फिलहाल इस मामले में राजनीति दवाब की भी बात सामने आ रही है।

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