तमनार : बजरमुड़ा कांड के सबसे छोटे प्यादे पटवारी पन्ना और मालिक निलंबित…
रायगढ़ । कलेक्टर रायगढ़ ने बजरमुड़ा घोटाले में दो पटवारियों पर कार्रवाई के लिए घरघोड़ा एसडीएम को आदेश दिया था। एसडीएम ने पटवारी मालिकराम राठिया और जितेंद्र पन्ना को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि बजरमुड़ा जैसे ऐतिहासिक घोटाले में ये पटवारी सबसे छोटे प्यादे हैं। कांड में शामिल अफसरों और कर्मचारियों की सूची बहुत लंबी है। इस मामले में केवल दो पटवारियों को सस्पेंड कर अफसरों का बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
रायगढ़ कलेक्टर को ही प्रारंभिक शिकायत की गई थी। जिसमें पूर्व कलेक्टर के आदेश को आधार बनाकर अपर कलेक्टर ने जांच करने से इंकार कर दिया था। इस घोटाले में पटवारी तो सिर्फ एक माध्यम हैं। गणना पत्रक तैयार करते समय दूसरे कर्मचारी भी शामिल थे, मुआवजे की गणना गलत की गई थी। तत्कालीन कलेक्टर, अपर कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार और अन्य ने भी मुआवजा पत्रक को सही माना। इसमें एसडीएम कार्यालय के एक बाबू की भूमिका सबसे अहम है जो रिटायर होने के बाद भी सेवा दे रहा है। इस मामले में सीबीआई जांच भी हो सकती है।
कलेक्टर रायगढ़ ने दोनों पटवारियों पर कार्रवाई करने का आदेश एसडीएम को दिया है। एसडीएम ने दोनों पटवारियों को निलंबित कर दिया है।
आदेश में कहा गया है कि जितेंद्र पन्ना और मालिक राम राठिया ने निजी भूमि स्वामियों को अवैध आर्थिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से घोर अनियमितता करते हुए त्रुटिपूर्ण गणना पत्रक तैयार किया गया है। निलंबन अवधि में दोनों का मुख्यालय भू-अभिलेख शाखा रायगढ़ तय किया गया है।