रायगढ़

तमनार : “क्या हुआ तेरा वादा, वो कसम वो इरादा, भूलेंगे हम जिस दिन तुम्हे….” आखिर ग्रामीण JSPL के खिलाफ सड़क जाम करने क्यों हो गए मजबूर…

रायगढ़। कुछ दिनों पूर्व जिंदल के गार्ड के द्वारा 3 मजदूरों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था जिससे वहा के स्थानीय निवासियों के सहयोग से सड़क जाम कर जिंदल के खिलाफ आंदोलन किया गया था। 

सूत्रों की माने तो कुछ दिनों पूर्व जब आंदोलन किया गया था तब जिंदल और मजदूरों के मध्य एक समझौता हुआ था और जिंदल के द्वारा कुछ दिन की मोहलत मांगी गई थी लेकिन आज तक उन मांगो को जिंदल के द्वारा पूरा नही किया गया है जिसके विरोध में आज फिर कर्मचारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से सड़क पर बैठ कर सड़क जाम कर मजदूरों को कम्पनी के कार्यरत मजदूरों को कंपनी में कार्य करने से मना किया जा रहा है जिससे कि कंपनी जो अपना वादा कुछ दिनों मजदूरों के पक्ष में कुछ दिनों पूर्व की थी उसे वह पूरा करे। 

स्थानीय जनप्रतिनिधियों की माने तो अगर जिंदल इन मजदूरों की मंगो को पूरा नही करती है तो उग्र आंदोलन करने का मन आज शायद बना ही लिए है।

आंदोलन कर रहे नेताओं की माने तो हम किसी भी स्थानीय लोगो को किसी प्रकार से परेशान नही करने की बात कही जा रही है लेकिन हम अपनी मंगो को लेकर सड़क पर तब तक बैठे रहेंगे जब तक मजदूरों की मांगों को पूरा नही किया जाता।

बहरहाल अब देखना यह है कि मजदूरों की मांग पूरी होती है या नही या फिर जिंदल अपनी दादागीरी के दम पर मजदूरों का शोषण यू ही करता रहेगा।

स्थानीय नेताओं की माने तो उनका कहना है कि अगर जिंदल के ऊपर अभी दबाव नही बनाया गया तो वह दिन दूर नही जब मजदूरों को अपने ही अधिकारों के लिए दर दर भटकना पड़ेगा और जिंदल हमेशा मजदूरों के साथ ऐसे कृत्य को अंजाम देते ही रहेगा।

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