कांकेर

कांकेर : शादी के डर से बनी थी नक्सली, खूंखार ऐसी कि सरकार को घोषित करना पड़ा 16 लाख का इनाम…

कांकेर। जिले की सीमा से सटे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारी गई जया उर्फ भूरी का परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया है। जया कांकेर जिले के ग्राम उलिया की रहने वाली थी। जिस पर 16 लाख रुपये का इनाम घोषित था। शादी के डर से उसने नक्सल संगठन का दामन थाम लिया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।

दरअसल 21 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सीमा से सटे गढ़चिरौली के भामरागढ़ तालुका के कोपर्शी में जवानों और नक्सलियो के बीच मुठभेड़ हुई। अभियान में गढ़चिरौली पुलिस बल की विशेष टीम और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे। इन जवानों की मुठभेड़ नक्सलियों के कंपनी नम्बर 10 से हुई। जवानों ने 5 नक्सलियों को मार गिराया. जिसमें 3 महिला और 2 पुरुष नक्सली शामिल हैं। मारे गए नक्सलियों में 4 नक्सली बस्तर इलाके के और 1 नक्सली गढ़चिरौली का था। जिसमें उतर बस्तर कांकेर जिले के उलिया गांव की रहने वाली महिला नक्सली जया उर्फ भूरी पद्दा भी मारी गई है।

49 वारदातों में शामिल थी जया : मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली जया उर्फ भूरी पर कुल 49 मामले दर्ज हैं। गढ़चिरौली पुलिस ने जारी किए गए प्रेसविज्ञप्ति में बताया है कि जया के खिलाफ 49 प्रकरण दर्ज है। जिसमे सर्वाधिक मामले नक्सल मुठभेड़ के है।  जया तकरीबन 31 छोटी- बड़ी मुठभेड़ों में शामिल रही है। इसके साथ ही आगजनी के 3, हत्या के 4 व अन्य 11 मामलों में शामिल रही है।

बताया जा रहा है कि जया उर्फ भूरी वर्ष 2006 में ही माओवाद संगठन से जुड़ गई थी। जिसके पीछे की वजह शादी बताई जा रही है।जया के परिजन उसकी शादी करवाना चाहते थे।लेकिन जया को कुछ और मंजूर था। जया भाग निकली और माओवाद संगठन का दामन थाम लिया। जिसने फिर पीछे पलट कर नहीं देखा। मुठभेड़ में मारे जाने के बाद पिता पान्द्रापद्दा अपने गांव के लोगों के साथ महाराष्ट्र गढ़चिरौली शव लेने पहुचे और शव लाकर विधिवत अंतिम संस्कर किया।

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