छत्तीसगढ़ : शराब की दुकानों में घोटाला रोकने अब विभाग शुरू कर रहा है UPI से ऑनलाइन पेमेंट…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराब प्रेमियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। प्रदेश में आबकारी विभाग शराब बेचने के नए तरीके पर काम कर रहा है। अब प्रदेश में अब ऑनलाइन पेमेंट के बाद भी लोगों को शराब मिल सकेगी। इसके साथ पीओएस मशीनों से भी पेमेंट करने की सुविधा शुरू होगी।
दरअसल, नई आबकारी नीति के तहत शराब बेचने के नए सिस्टम पर काम किया जा रहा है। इसके चलते दुकानों में लगे क्युआर कोड को स्कैन करने के बाद शराब की बिक्री की जाएगी। अभी इसकी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरूआत की जा रही है। जिसके तहत प्रीमियम वाइन शॉप में पीओएस द्वारा क्रेडिट,डेबिट कार्ड के जरिए पेमेंट करने के इंतजाम किए जाएंगे।
मिली जानकारी के अनुसार विभाग व कारोबार करने वाले मार्केटिंग कंपनी (सीजीएमएससीएल) ने इससे उबरने अब शराब की खरीदी बिक्री को आनलाइन करने की तैयारी पूरी कर ली है, रोजाना प्रदेश में करीब 35 करोड़ की देशी विदेशी शराब पी जाती है। जो नगद में बेची जाती है, अब यह सब कुछ एसबीआई के जरिए यूपीआई से होगा, शराब निगम ने अपनी सभी छह सौ से अधिक दुकानों का अलग अलग यूपीआई अकाउंट बैंक में खोल दिया है, इसके क्यू आर कोड के जरिए शौकीन शराब लेकर पेमेंट आनलाइन कर सकेंगे, फिलहाल यह सिस्टम प्रीमियम दुकानों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया जा रहा है,उसके बाद सभी देशी, अंग्रेज़ी शराब दुकानों में भी शुरू किया जाएगा।
आपको बता दे कि पिछली सरकार के समय हुए तीन हजार करोड़ के शराब घोटाले के पीछे नगद खरीदी ही रही है, इसके चलते एक बड़ा सिंडीकेट बना जिसने ओवर रेट पर शराब बेचकर करोड़ों के वारे-न्यारे किए गए, आज इस सिंडीकेट के कई किंगपिन जेल में है, इस सिंडीकेट से छत्तीसगढ़ की छवि पर भी दाग लगा, और आबकारी विभाग को राजस्व कि भी काफी हानि उठानी पड़ी।
वाइन खरीदने के लिए स्कैन करना होगा क्यूआर कोड : छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने वाइन शॉप पर क्यूआर कोड लगाने की शुरुआत कर दी है। अथोराइज्ड बैंकों से क्यूआर कोड प्राप्त किया जा रहा है। जिसे प्रदेश की सभी शराब दुकानों में चिपकाया जाएगा। अब कन्ज्यूमर क्यूआर कोड को स्कैन करके शराब की निर्धारित मूल्य पर खरीदी कर सकेगा।