जमीदारी जमाने के राजभवन का हो रहा सौंदर्यीकरण
यहां पहले लगती थी कचहरी, 40 साल से पड़ा था खंडहर, राजभवन का हुआ सीमांकन
फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। गुंदरदेही नगर राजभवन का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। जिसका सीमांकन भी हो चुका है। प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए पूर्व विधायक राजेंद्र राय पिता स्वर्गीय अजयपाल सिंह राय निवासी चैनगंज तहसील गुण्डरदेही जिला बालोद द्वारा जानकारी दी गई है कि पटवारी हल्का नंबर 34 खसरा नंबर 686 के टुकड़े पर बने कचहरी भवन बटवारे में मुझे प्राप्त हुआ था जहां ताला लगा हुआ है। उक्त भवन बी-1 खसरा नक्शा कैफियत खाते में मेरा नाम दर्ज करने न्यायालय तहसीलदार गुण्डरदेही व हल्का पटवारी गुण्डरदेही है।
यह कि पटवारी हल्का खसरा नंबर 686 के टुकड़े पर बने कचहरी भवन पैतृक संपत्ति है। उक्त भवन मे स्वर्गीय अजय पाल सिंह को समय से किराए पर देते चले आ रहे हैं, यह की आदिम जाति कल्याण विभाग दुर्ग के समय से आदिवासी बच्चों के रहने के लिए दिया गया था। यह कि आर्य टॉकीज दुर्ग के मलिक को टॉकीज चलाने के लिए दिया गया था। यह कि ( सन 1972 – 73 – 74) से शासकीय स्कूल कक्षा आठवीं से ग्यारहवीं संचालित रहने के लिए किराए पर दिया गया था। वर्तमान में उक्त कचहरी भवन की मलबा गिर गया है, जिसकी मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण किया जाना है। उक्त सौंदर्यीकरण व जीर्णोद्धार में प्रमुख रूप से टीकाराम कंवर, शेखर कंवर, प्रमोद कंवर, सुभाष चंद्राकर, जीवन कंवर, नरेश साहू शामिल हुए।