रायगढ़

लैलूंगा : ट्यूबलर पोल लाइट घोटाले के सच को दबाने की कवायद शुरू, घोटाले की जांच को प्रभावित करने नगर पंचायत के इंजीनियर द्वारा किया जा रहा कार्य…

रायगढ़। जिले के लैलूंगा नगर पंचायत में ट्यूबलर पोल लाइट घोटाला का सच सामने आया 97 की जगह 78 पोल लगे तो अब जांच के डर से नए पोल लगने शुरू हो गये हैं। घटिया व अमानक स्तर की विद्युत सामग्री केबल,स्विच,तार, लगाकर पूरा भुगतान लिया अब सामग्री बदलकर और ढककर जांच प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।

टेंडर और बिल भुगतान में प्रावधान के अनुसार एक वर्ष का मेंटेनेस कार्य ठेकेदार के द्वारा किया जाना है। समयावधि पूरी नही होने पर भी नगर पंचायत के द्वारा किस वजह से ट्यूबलर पोल के मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। जो संदेह के घेरे में है। नए पोल लगाने,ट्यूबलर पोल में लगी विद्युत सामग्री बदलने व मरम्मत का कार्य पूर्व सीएमओ सी पी श्रीवास्तव के विश्वस्त नगर में पदस्थ इंजीनियर गौरव अग्रवाल द्वारा कराया जा रहा है।जिसकी जानकारी भी वर्तमान मुख्य नगरपालिका अधिकारी विजय पांडेय को नही है। विदित हो कि घोटाले की जांच के लिए जांच दल लैलूंगा आने वाला है।

पुष्प वाटिका लैलूंगा में नवपदस्थ मुख्य नगरपालिका अधिकारी विजय पांडेय द्वारा पदभार ग्रहण करते ही जनसहयोग से रविवार को साफ सफाई की थी। आज नगर पंचायत के इंजीनियर गौरव अग्रवाल के निर्देश पर लाइनमेन गोपाल चैहान के द्वारा दो मजदूरों को लेकर पुष्प वाटिका में लगे ट्यूबलर पोल को आपस मे लाइन से जोड़ने गड्डा खोदा गया।

यहां तक की सीसी रोड को भी तोड़ दिया गया। स्थल पर लाइनमेन गोपाल चैहान व मजदूरों ने जानकारी दी कि ट्यूबलर पोल की ओवरहेड वायरिंग को अंडरग्राउंड करने पूरे पार्क में गड्ढे किये गए है। जिसे ट्यूबलर पोल घोटाले का सच सामने आते ही मची खलबली के तारतम्य से देखा जा रहा है। पूर्व प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी सीपी श्रीवास्तव के घोटाले की जांच को प्रभावित करने एवम पर्दा डालने का काम नगर पंचायत में पदस्थ इंजीनियर के द्वारा किया जा रहा है।

जानकारी मिली है कि संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग के द्वारा घोटाले की जांच करने टीम का गठन किया गया है।घोटाले की जांच करने टीम गठन होते ही आने वाली है और जांच में किये गए घोटाले को प्रभावित करने के लिए लाइनमेन को निर्देश देकर कराया गया।

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