बिलासपुर : लाइब्रेरी सहित 4 कोचिंग सेंटर सील; कम्युनिटी अकादमी, सिद्धि विनायक कोचिंग और प्रीमियम अकादमी पर एक्शन…
बिलासपुर। सुरक्षा, फायर सेफ्टी और भवन अनुज्ञा की नियम-शर्तों को दरकिनार कर कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरी चलाया जा रहा था। चारों प्राइवेट संस्थानों को जिला प्रशासन और नगर निगम ने सील कर दिया है। संस्थानों में बिना सुरक्षा के बंद कमरे में एक साथ 100 से ज्यादा बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।
निगम ने सिद्धि विनायक कोचिंग, कॉम्पिटिशन लाइब्रेरी, कम्युनिटी अकादमी और प्रीमियम अकादमी शामिल हैं, जहां न तो बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था मिली और न ही फायर सेफ्टी फीचर पाया गया।
शहर में 36 से ज्यादा बड़े कोचिंग सेंटर संचालित हैं, जो सीधे रूप से कोचिंग के नाम पर छात्र-छात्राओं से मोटी फीस वसूल कर कमाई कर रहे हैं। इस संस्थान के संचालकों और प्रबंधन को बच्चों की सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं है।
शुक्रवार की शाम एसडीएम पीयूष तिवारी और नगर निगम के अपर आयुक्त खंजाची कुम्हार के नेतृत्व में जिला प्रशासन और अतिक्रमण विरोधी दस्ता की टीम ने कोचिंग सेंटरों की जांच की। नियमों का पालन नहीं करने वाले संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की। जांच के दौरान कई तरह की खामियां पाई गई। इस दौरान पता चला कि संस्थान में हादसा होने की स्थिति में निकलने के लिए केवल एक दरवाजा है। इन सेंटरों में फायर सेफ्टी सिस्टम भी नहीं मिला। यहां तक कि सुरक्षा का भी इंतजाम नहीं मिला। साथ ही पार्किंग तक की व्यवस्था नहीं थी।
SDM पीयूष तिवारी टीम के साथ जब गांधी चौक के पास सिद्धि विनायक कोचिंग सेंटर पहुंचे और देखा कि एक बड़े हाल में लगभग 100 बच्चे को कोचिंग सेंटर चल रहा है, जहां पूरा हाल बंद मिला। खिड़कियों को भी प्लाई से बंद कर दिया गया था। बाहर जाने के लिए एक छोटा सा दरवाजा है। दरवाजा खुलते ही लोहे की पतली सीढ़ी से नीचे उतरना रहता है। अव्यवस्था देखकर एसडीएम नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि सभी खिड़कियां खुली रहनी चाहिए। बाहर निकलने के लिए आपातकालीन दरवाजे की सुविधा होनी चाहिए। यहां तो पढ़ाई के नाम पर बच्चों की जान खतरे में डालने का काम किया जा रहा है। अब ऐसा बिलकुल भी नहीं चलेगा।
कोचिंग सेंटरों मिली ये खामियां :
- कॉम्पिटिशन कम्युनिटी सेंटर में एक बड़े हाल में बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। इस दौरान कम से कम 40 से 50 स्टूडेंट मिले। जांच में लोहे की पतली सीढ़ी मिली। हाल चारों तरह से बंद मिला। फायर सेफ्टी फीचर नहीं मिला, पार्किंग भी सही नहीं मिली। भवन अनुज्ञा के कागज भी नहीं मिले।
- प्रीमियम अकादमी में फायर सेफ्टी सिस्टम का अभाव। हाल चारों तरफ से बंद मिला। सुरक्षा के कोई भी इंतजाम नहीं थे। पार्किंग सहीं नहीं होना पाया गया। वहीं भवन अनुज्ञा के कागज भी नहीं मिले।
- सिद्धि विनायक कोचिंग सेंटर में पूरी तरह से मापदंड के खिलाफ संचालित हो रहा था। यह एक भी ऐसी सुविधा या जरूरी कार्य नहीं किए गए है, जिससे स्टूडेंट को फायदा मिले। किसी भी प्रकार के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था।
- कम्युनिटी अकादमी में इस अकादमी में भी सुरक्षा और फायर सेफ्टी फीचर नहीं मिला। वहीं बंद हाल में पढ़ाई कराई जा रही थी। पार्किंग नहीं मिली।