तेज़ रफ़्तार ने छीनी दो ज़िंदगियाँ : कोरबा में दर्दनाक सड़क हादसे के बाद भड़का जनआक्रोश, चक्काजाम से ठप हुआ कोरबा-चांपा मार्ग…

कोरबा। ज़िले में शुक्रवार को हुए एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। उरगा थाना क्षेत्र के उरगा चौक के पास कोरबा-चांपा मुख्य मार्ग पर एक तेज़ रफ़्तार भारी वाहन ने बाइक सवार दो व्यक्तियों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
मृतकों की पहचान बरीडीह गांव निवासी 34 वर्षीय पुरुषोत्तम पटेल और 36 वर्षीय अयोध्या पटेल के रूप में हुई है। दोनों आपस में रिश्तेदार थे और किसी निजी कार्य से लौट रहे थे, तभी यह दर्दनाक हादसा घटित हुआ।
बेकाबू रफ़्तार और लापरवाही बनी मौत की वजह : प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेज़ रफ़्तार भारी वाहन ने सामने से आ रही बाइक को ज़ोरदार टक्कर मारी, जिससे दोनों युवक उछलकर सड़क पर गिर पड़े और मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया।
घटनास्थल पर उमड़ा जनसैलाब, सड़क पर शव रखकर किया चक्काजाम : सूचना मिलते ही उरगा थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतकों के शव को सड़क से हटाने से इनकार कर दिया और कोरबा-चांपा मार्ग को पूरी तरह जाम कर दिया।
इस चक्काजाम के चलते दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। परिजनों और ग्रामीणों ने तत्काल मुआवज़ा, आरोपी चालक की गिरफ्तारी और हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
‘हर दिन होती हैं मौतें, लेकिन प्रशासन मौन’ – ग्रामीणों का आरोप : प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस मार्ग पर तेज़ रफ़्तार भारी वाहनों की आवाजाही लगातार हादसों का कारण बन रही है। बावजूद इसके प्रशासन और परिवहन विभाग ने आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। न सड़क सुरक्षा के उपाय हैं, न गति नियंत्रण के कोई साधन।
प्रशासनिक अमला मौके पर, लेकिन नाराज़गी बरकरार : घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, तहसीलदार और राजस्व विभाग के अधिकारी पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत शुरू की। लेकिन लोगों ने स्पष्ट कह दिया कि जब तक परिजनों को उचित मुआवज़ा नहीं दिया जाता और आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे शव नहीं हटाएंगे और चक्काजाम जारी रहेगा।
पुलिस जुटी है वाहन और चालक की तलाश में : पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि वाहन और चालक की पहचान की जा सके। पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
सवाल प्रशासन से -कब जागेगा सिस्टम? : यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सरकारी उदासीनता और सड़कों पर बेलगाम रफ़्तार की खामियाज़ा है। जब तक दोषियों पर कठोर कार्रवाई नहीं होती और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं दी जाती, तब तक ऐसी त्रासदियाँ दोहराती रहेंगी।