दल्ली राजहरा माइंस में चल रहे बीएसपी के प्रोजेक्ट में मजदूरों का हो रहा शोषण…
◆ प्रबंधन पर प्रोडक्शन का दबाव बता ठेकेदार द्वारा बनवाया जाता हैं टेंपररी गेटपास…
फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। भिलाई इस्पात संयंत्र की दल्ली राजहरा माईस में बीएसपी के प्रोजेक्ट में कार्यरत बीएसबीके कंपनी मजदूरों का शोषण कर रही हैं। इस कंपनी द्वारा मजदूरों के जीवन से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। इस मामले में माइंस प्रबंधन एवं ठेकेदार की भी भूमिका संदिग्ध प्रतीत नजर आती है।
प्रोजेक्ट में कार्यरत कर्मियों का भुगतान भी शासन द्वारा तय दर पर नहीं किया जा रहा है। न ही वेतन का भुगतान समय पर किया जाता हैं। वर्षो से कार्यरत श्रमिकों का अस्थाई गेट पास बनाया जाता है। जो कि मात्र 15 दिनों के लिए वैध होता है। लगातार तीन बार टेंपररी गेटपास बनाने के पश्चात नियमानुसार मजदूरों का नियमित पास बनाने हेतु उन्हें सेफ्टी ट्रेनिंग एवं सरफेस वर्कर ट्रेनिंग देकर परमानेंट पास बनाया जाना चाहिए। किन्तु प्रोडक्शन का हवाला देकर माइंस क्षेत्र में ठेकेदार द्वारा लगातार लंबे समय से टेंपररी गेट पास ही बनवाया जा रहा है।
ऐसा कृत्य इसलिए किया जा रहा है क्युकी किसी श्रमिक की दुर्घटना होने पर कंपनी की जवाबदेही से साफ बचा जा सके। क्योंकि अस्थाई पासधारी श्रमिक की दुर्घटना पर कंपनी अपनी जवाबदेही से बच जाती है। जहां रोजगार लगाने के नाम पर माइंस में प्रोजेक्ट में कार्य कर रही कंपनियों के अधिकारियों द्वारा काम पर लगाने के लिए स्थानीय बेरोजगार युवकों से लाखों रुपए वसूल पिछले दरवाजे से एंट्री कराई जा रही है वही उनके जीवन से भी खिडवाड़ किया जा रहा है।
जबकि गेट पास बनाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य के लिए प्रबंधन के दबाव डलवा कर ठेकेदार द्वारा गेट पास बनवाया जाता है। इस प्रक्रिया में इस तरह की त्रुटि की केवल प्रोजेक्ट में कार्य कर रही कंपनियों एवं ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए श्रमिको के जीवन से खिडवाड किया जा रहा है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जानी चाहिए। जिससे इस कार्य में लिप्त लोगों को रोका जा सके एवं स्थानीय बेरोजगार युवकों को शोषण से बचाया जा सके। मजदूरों को नियमित कार्य पर रखा जाए। भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश द्विवेदी ने इस तरह हो रहे शोषण एवं बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ को तत्काल बंद करने की मांग बीएसपी प्रबंधन तथा बालोद कलेक्टर से की है।