जशपुर पुलिस का बड़ा एक्शन मोड : नशा, अवैध व्यापार, साइबर ठगी और घुसपैठियों पर चलेगा बुलडोज़र – SSP शशि मोहन सिंह की चेतावनी, लापरवाही पर थानेदारों की खैर नहीं!…

जशपुर। जिले में अपराध और अव्यवस्था के खिलाफ जशपुर पुलिस अब आर-पार की लड़ाई के मूड में आ चुकी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) श्री शशि मोहन सिंह की अगुवाई में आज पुलिस कार्यालय जशपुर में आयोजित क्राइम मीटिंग में कई सख्त फैसले लिए गए। बैठक में सभी राजपत्रित पुलिस अधिकारी, थाना और चौकी प्रभारी उपस्थित रहे, जहां SSP ने स्पष्ट शब्दों में कहा “अब हर हाल में अपराधों का त्वरित निराकरण होगा और कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं।”
नशीली दवाओं पर सीधा वार – बगैर डॉक्टर पर्ची के दवा बेचने पर मेडिकल दुकानों पर ताले लगेंगे : जिले में मेडिकल दुकानों पर बगैर वैध पर्ची के बेची जा रही नशीली दवाओं, बच्चों को आसानी से उपलब्ध हो रहे डेंट्राइट और सुलेशन जैसे घातक पदार्थों पर SSP ने सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि संबंधित दुकान संचालकों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाएगी। SSP ने चेतावनी दी कि “नशे के सौदागरों को बख्शा नहीं जाएगा – इंड-टू-इंड विवेचना कर त्वरित गिरफ्तारी की जाए।”
घुसपैठियों पर सख्त निर्देश – सूचना मिलते ही तुरंत वैधानिक कार्यवाही, टोल फ्री नंबर भी जारी : छत्तीसगढ़ में आंतरिक सुरक्षा को लेकर हालिया निर्देशों के तहत जशपुर जिले में अवैध प्रवासियों/घुसपैठियों पर भी SSP ने जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने के निर्देश दिए। सूचना के लिए टोल फ्री नंबर 1800-233-1905 भी सक्रिय है। सूचना मिलते ही थाना स्तर पर “टॉप प्रायोरिटी” पर वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा गया।
लंबित मर्ग, अपराध, शिकायतों में लापरवाही नहीं चलेगी – SSP ने थाना प्रभारियों को दी अंतिम चेतावनी : बैठक में 2025 और उससे पूर्व के लंबित अपराध, मर्ग, गुम इंसान, साइबर फ्रॉड और पासपोर्ट सत्यापन जैसे मामलों की थाना-वार समीक्षा की गई। SSP ने निर्देशित किया कि अब प्रत्येक शिकायत, FIR और जांच को तत्काल प्रभाव से प्राथमिकता पर लेकर निष्पक्ष और ठोस कार्यवाही की जाए।
“थाना प्रभारी स्वयं बीट कानून व्यवस्था पर नजर रखें और शिकायतकर्ता को थाने से निराश होकर लौटने की नौबत न आए,” – SSP शशि मोहन सिंह
सायबर फ्रॉड, जुआ-सट्टा और गौ-तस्करी पर स्पेशल टारगेट – हर केस की फॉलोअप मॉनिटरिंग जरूरी : जिले में तेजी से बढ़ते सायबर अपराधों, ऑनलाइन ठगी, गांजा/गौ-तस्करी, जुआ, सट्टा आदि गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगाने के लिए SSP ने सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि साइबर सेल के साथ समन्वय बनाकर सटीक और तेज कार्यवाही करें।
पुलिसिंग में अब दिखेगी ‘विजिबल एक्शन’ – रोजाना पेट्रोलिंग, फिक्स गश्त पॉइंट और बीट सिस्टम होगा सख्त : SSP ने निर्देश दिया कि रात्रिकालीन गश्त को प्रभावी बनाया जाए, थाना क्षेत्र में फिक्स प्वाइंट बनाकर गश्त रजिस्टर व वायरलेस सेट के साथ पेट्रोलिंग सुनिश्चित हो।
राजपत्रित अधिकारी हर सप्ताह कम से कम एक थाना या चौकी का औचक निरीक्षण करें।
महिला-बाल अपराधों पर संवेदनशीलता से त्वरित एक्शन – सामुदायिक पुलिसिंग को मिलेगा बढ़ावा : महिला और बच्चों से संबंधित अपराधों पर SSP ने निर्देश दिया कि “संवेदनशीलता के साथ तत्काल FIR, जांच और गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए।” साथ ही सामुदायिक पुलिसिंग के तहत जनता से सीधा संवाद, समस्याओं का त्वरित समाधान और थाना के व्यवहार को जनहितैषी बनाने पर बल दिया गया।
यातायात पर भी शिकंजा – ड्रंक एंड ड्राइव, ट्रिपल राइडिंग पर MV Act में होगी कार्यवाही : SSP ने स्पष्ट किया कि यातायात शाखा एमवी एक्ट के तहत नियमित कार्रवाई करे, विशेषकर ड्रंक एंड ड्राइव, ट्रिपल सवारी और बिना हेलमेट जैसी लापरवाहियों पर जीरो टॉलरेंस अपनाया जाए।
पुलिसिंग में पारदर्शिता और जवाबदेही ही होगी प्राथमिकता – हर कर्मचारी जाने अपनी जिम्मेदारी – SSP ने अंत में दो टूक कहा –
“पुलिसिंग में पारदर्शिता और जवाबदेही जरूरी है। अब लापरवाही पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। अपराधी जेल में होंगे और थाना चौकी जनता के लिए सेवा का केंद्र बनेंगे।”
बैठक में उपस्थित अधिकारीगण : ADSP श्री अनिल कुमार सोनी, SDOP श्री चंद्रशेखर परमा, विनोद मंडावी, दिलीप कोसले, ध्रुवेश जायसवाल, उप पुलिस अधीक्षक मंजूलता बाज व आशा तिर्की, रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे सहित समस्त थाना चौकी प्रभारी एवं शाखा प्रभारी मौजूद रहे।
जशपुर पुलिस का स्पष्ट संदेश: अपराधियों के लिए नहीं, आम जनता की सुरक्षा के लिए है कानून!
जनता से अपील: अपराध की जानकारी न छुपाएं, तुरंत नजदीकी थाना या टोल फ्री नंबर पर दें सूचना।