रायगढ़ में अपराधियों की शामत! एक ही सुबह में 212 बदमाश थानों में हाजिर – फिंगरप्रिंट जांच, सघन पूछताछ और सख्त चेतावनी!…

रायगढ़। पुलिस ने शुक्रवार तड़के ऐसा शिकंजा कसा कि जिलेभर के कुख्यात अपराधी थानों की चौखट पर सिर झुकाए नजर आए। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के नेतृत्व में चलाए गए इस विशेष अभियान ने संपत्ति संबंधी अपराधों में संलिप्त रहे आरोपियों की कमर तोड़ दी।
अपराधियों की नींद उड़ी – थानों में सघन पूछताछ, फिंगरप्रिंट और कड़ी फटकार : सुबह 4 बजे से जिले के समस्त थाना क्षेत्रों में एक साथ कार्रवाई शुरू हुई। 212 पुराने आरोपियों व संदेहियों को थानों में लाकर पूछताछ की गई, जिनका पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड पहले से दर्ज है। पुलिस ने उनकी हालिया गतिविधियों की गहराई से जांच की तथा फिंगरप्रिंट लेकर घटनास्थलों से मिलान की प्रक्रिया आरंभ की।
“अब कोई श्याम मंदिर चोरी जैसी वारदात करके बच नहीं पाएगा।”
पुलिस का सख्त संदेश – “जो चोरी करेगा, वो थाने में बैठेगा।”
हर उंगली की पहचान – डिजिटल मिलान से अपराधियों की पड़ताल : जिन संदिग्धों पर वर्षों से संदेह था, उनके फिंगरप्रिंट हालिया अपराध स्थलों से मिलाए जा रहे हैं। कई ऐसे अपराधी भी सामने आए, जो लंबे समय से सकुशल फरार थे या अपने पते-ठिकाने बदलकर छुपे हुए थे। पुलिस की नजर अब सीधे हर चाल पर है।
कानून का फंदा – BNS धारा 128 के तहत कार्रवाई : सभी 212 संदेहियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 128 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। उन्हें स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि बिना पूर्व सूचना के वे न तो कहीं जाएं और न ही किसी भी संदिग्ध गतिविधि में संलिप्त हों। नियमों के उल्लंघन पर सीधे कानूनी कार्यवाही और गिरफ्तारी तय मानी जाएगी।
अपराधियों में हड़कंप, आमजन में विश्वास : इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से अपराधियों के बीच हड़कंप और भय का माहौल है, वहीं आमजन ने पुलिस की इस निर्णायक पहल को सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम माना है। स्थानीय लोगों का कहना है,
“अब लग रहा है कि रायगढ़ में अपराधियों की नहीं, कानून की चल रही है।”
“अब हर संदिग्ध को अपनी गतिविधियाँ पुलिस को बतानी होंगी – नहीं तो अगला पड़ाव जेल होगा!”