विधायक गुरु खुशवंत साहेब के काफिले पर हमला, भोइनाभाटा बायपास पर कार पर पथराव, शीशे चकनाचूर ; सतनामी समाज उग्र…

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ की राजनीति और सामाजिक सौहार्द को झकझोर देने वाली एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। आरंग से विधायक और सतनामी समाज के आदरणीय गुरु गुरु खुशवंत साहेब के काफिले पर शनिवार को भोइनाभाटा बायपास के पास संगठित हमले की खबर ने प्रदेशभर में हलचल मचा दी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गुरु खुशवंत साहेब नवागढ़ प्रवास से रायपुर लौट रहे थे, तभी कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके काफिले को रोकने की कोशिश की और अचानक कारों पर पथराव शुरू कर दिया। इस हमले में विधायक की गाड़ी का सामने का शीशा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। हालांकि कोई गंभीर घायल नहीं हुआ, लेकिन यह हमला समाजिक रूप से एक गंभीर चुनौती बनकर सामने आया है।
सतनामी समाज में जबरदस्त आक्रोश : घटना की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। सतनामी समाज के लोगों ने इसे सुनियोजित हमला बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है। कई स्थानों पर आक्रोश प्रदर्शन और आंदोलन की चेतावनी दी जा रही है।
प्रशासन पर सवाल, सुरक्षा व्यवस्था पर संदेह : घटना स्थल पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन एक विधायक और सामाजिक गुरु की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जनप्रतिनिधि पर हमला सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं – यह पूरे समाज पर हमला है : सतनामी समाज के नेताओं और अनुयायियों ने कहा है कि यह हमला केवल गुरु खुशवंत साहेब पर नहीं, बल्कि पूरे समाज की अस्मिता पर हमला है।
प्रदेश सरकार से तत्काल उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
- अब बड़ा सवाल यह है कि क्या छत्तीसगढ़ की राजनीति में सामाजिक नेताओं पर हमला एक नई साजिश का हिस्सा है?
- क्या यह घटना केवल उपद्रव है या इसके पीछे कोई संगठित षड्यंत्र है?
- कब तक जनप्रतिनिधियों और सामाजिक गुरुओं की सुरक्षा को हल्के में लिया जाएगा?
👉 यह घटना केवल पथराव नहीं, लोकतंत्र की गरिमा पर हमला है – और अब पूरे प्रदेश को इसका जवाब चाहिए।
(यह developing खबर है, आगे की जानकारी अपडेट की जाएगी)